उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग के कारण हालात दिन प्रतिदिन बेकाबू होते जा रहे हैं। केवल पिछले 24 घण्टों में ही राज्य की 165 हेक्टेयर जंगल आग से झुलस गया। कुल 85 जगहों पर आग का कहर बरसा है। प्रदेश में तमाम बस्तियों के पास जहां जहाँ आग लगी है। वहां मवेशियों की ज़िंदगी खतरे में पड़ गयी है। मौसम विभाग के अनुसार जिले के पर्वतीय हिस्सों में बारिश होने की संभावनाएं है। लेकिन इस समय राज्य के जंगलों में पारा इतना बढ़ा हुआ है कि आग की लपटें लगातार तेज हो रही है। अप्रैल के शुरुआती 5 दिनों में ही राज्य के 261 जगहों पर आग लगने की घटनायें सामने आयी है जिसके कारण 413 हेक्टेयर वन क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ है।
जंगल की आग लोगों की फसलों को बजी तबाह कर रही है। सोमवार को पौड़ी के खिर्सू क्षेत्र में जंगल की आग चाय के बगान में लग गयी। जिससे पूरा बागान बर्बाद हो गया। इसके अलावा पौड़ी के ही गडरी गाँव में रविवार रात जंगल की आग गाँव तक पहुंच गयी। गांव में आग पहुंचने के कारण नींबू का एक बगीचा भी बर्बाद हो गया।
सोमवार को ही टिहरी के बुडोगी गांव के जंगलों में आग लगी। आग लगने से जिला मुख्यालय के चारों ओर काला धुंआ छाया रहा। राज्य के अनेक क्षेत्रों में वन विभाग और सरपंचों की टीम मिलकर आग पर नियंत्रण करने की कोशिश मन लगे हुए हैं। राज्य का शायद ही ऐसा कोई जिला होगा जहाँ से जंगलों में आग लगने की खबर सामने न आ रही हो।
कई इलाकों में आग शनिवार की शाम को लगी तो कहीं रविवार और सोमवार को भी लगी। इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात कर मदद मांगी है।








