
उत्तराखंड में पेपर लीक होने की समस्या बहुत ज्यादा सामने आ रही है. हर एक अभ्यर्थी को पेपर देने से पहले यही लगता है कि उसका दिया हुआ पेपर कहीं लिख ना हो जाए और उसकी जितनी भी मेहनत है सारी मेहनत में पानी ना फिर जाए.
ऐसी पेपर लीक से मिलती-जुलती एक खबर हमारे सामने आ रही है उत्तराखंड के बहुचर्चित यूपीएससी लीक मामले में एसआईटी के हाथ बहुत बड़ी कामयाबी लगी है एसआईटी ने इस मामले से जुड़े भाजपा नेता संजय धारीवाल गिरफ्तार कर लिया है.
संजय धारीवाल के ऊपर ₹50000 का इनाम रखा गया था. संजय धारीवाल की निशानदेही से पुलिस ने करनाल हरियाणा स्थित मकान से चार लाख रुपए नगद और दो ब्लैंक चेक और एक वाहन जिसका नंबर एचआर 75 – 5692 को मोहम्मदपुर जट हरिद्वार स्थित घर से बरामद कर लिया है.
जिससे वहां अभ्यर्थियों को नकल वाली जगह से परीक्षा केंद्र तक ले जाने के लिए प्रयोग करते थे. संजय धारीवाल परीक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मैं बहुत वक्त से फरार चल रहे थे. जिसको एसआईटी ने कोतवाली मंगलौर के नारसन से गिरफ्तार कर लिया है. संजय धारीवाल की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी की तलाश पूरी हो गई है.
आरोपी संजय धारीवाल सरेंडर करने की कोशिश में था मगर उससे पहले ही एसआईटी ने उसे धर दबोचा. आरोपी संजय धारीवाल से पहले उनके भाई सुधीर व बहन के दामाद दीपेन्द्र पंवार उर्फ सोनू जोकि उधम सिंह नगर में कोचिंग संचालक भी है उनको पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है.इन सभी के साथ-साथ इस मामले से लिप्त 38 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच अभी चल रही है.