उत्तराखंड के सैनधीखाल में गलत दस्तावेजों के आधार पर रिश्तेदारों ने ही गाँव वालों के साथ मिलकर जमीन हड़पने की कोशिश की। दरअसल लैंसडौन में एक व्यक्ति जिसका नाम खुशाल सिंह था उसकी मृत्यु हो चुकी है। लेकिन सैनधीखाल में उस व्यक्ति की 50 नाली जमीन है। खुशाल सिंह की मृत्यु के बाद जमीन का दाखिल खारिज उसकी दो बहनों के नाम होना था। लेकिन खुशाल सिंह के अन्य रिश्तेदारों ने कुछ गाँव वालों के साथ मिलकर मृतक की बहनों से जमीन हड़पने की कोशिश की। वे उत्तरप्रदेश से एक व्यक्ति को ले आये और पूरे गाँव में घुमाया। रिश्तेदारों ने कहा कि यह व्यक्ति खुशाल सिंह है और वह जमीन अपनी बहनों के नाम नहीं करना चाहता है।
खुशाल सिंह की दो बहनें थी। एक का नाम मंजू देवी है और दूसरे का नाम आनंदी देवी है। दोनों की शादी हो रखी है। दोनों बहनों ने पौड़ी के डीएम से शिकायत करते हुए बताया कि वह दोनों शारीरिक रूप से कमजोर है। एक बहन विधवा है जबकि दूसरे का पति दिव्यांग है।
मंजू और आनंदी देवी ने शिकायत में कहा कि उनकी कमजोरी का फायदा उठाते हुए उनके रिश्तेदार गाँव वालों की मदद से जमीन हड़पने की कोशिश की। वे उत्तरप्रदेश के बिजौर निवासी को गाँव ले आये और बताया कि यह खुशाल सिंह है। रिश्तेदार उस व्यक्ति को पूरे गाँव में घुमाने लगे।
दोनों बहनों ने डीएम से शिकायत करते हुए रिश्तेदारों पर आरोप लगाया है कि ग्रामीण लोग उन्हें उनकी जमीन पर आने नहीं देते हैं। ऊपर से नकली खुशाल सिंह पेश करके उनकी जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है। रिश्तेदारों ने दोनों बहनों को धमकी भी दी है कि यदि वे जमीन पर वापस आये तो उन्हें जान से मार देंगे। दोनों पीड़ित बहनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। और जांच भी शुरू कर दी गयी है।