देश भर में कोरोना महामारी ने कई परिवारों को तोड़ा है। बहुत से लोगों ने अपना पूरे परिवार को भी खोया है। वहीं, कुछ के माता पिता चले गए तो छोटे – छोटे बच्चे अनाथ हो गये। ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी में आया है, जहां कोरोना ने एक हंसता खेलता परिवार उजाड़ दिया। शहर में सस्ता गल्ला विक्रेता के परिवार में दो दिन में तीन सदस्यों की मौत हो गई। बताया जा रहा है की, ये तीनों लोग कोरोना पॉजिटिव थे। बेटे के मरने की खबर सुनने के 20 मिनट बाद पिता ने भी दम तोड़ दिया। तीन मौतों से परिवार में कोहराम मच गया है। परिवारवालों का रो रोकर बुरा हाल है।
कुंवरपुर निवासी लाखन सिंह धारियाल 37 की कुंवरपुर में सस्ता गल्ला की दुकान है। और उनका परिवार में पिता नर सिंह, माता गीता देवी, भाई, पत्नी और दो पुत्र थे। जानकारी देते हुए पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल ने बताया कि, 10 दिन पूर्व परिवार के तीन लोगों को कोरोना हो गया था, जिसके बाद उन तीनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार सुबह लाखन सिंह की माता गीता देवी की मौत हो गई, और उसके अगले ही दिन शनिवार करीब 11 बजे लाखन सिंह की भी मौत हो गई। ALSO READ THIS:मानवता हुई शर्मसार, गाड़ी से उतरते ही सब-इंस्पेक्टर सड़क के किनारे बेहोश होकर गिर पड़ा, लेकिन लोग उठाने की बजाए बनाते रहे वीडियो..
बेटे के मौत की खबर जैसे ही कोरोना पीडि़त पिता नर सिंह को पता चली तो करीब 20 मिनट में उन्होंने भी दम तोड़ दिया। एक परिवार के तीन लोगों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। और अब परिवार में सस्ता गल्ला विक्रेता की पत्नी, एक 9 और एक पांच साल का पुत्र और एक छोटा भाई हैं। लाखन सिंह धारियाल ने दो दिन पहले पूर्ति निरीक्षक को अस्पताल से मैसेज किया था। और वहीं, वो मैसेज कर निवेदन करता रहा कि उसकी मौत के बाद सस्ता गल्ला की दुकान उसकी पत्नी के नाम करा देना, जिससे उसकी पत्नी दो बच्चों को पाल सके।
पूर्ति निरीक्षक बार-बार उसे दिलासा देते रहे कि ऐसा कुछ नहीं होगा, तुम हौंसला रखों, लेकिन आखिर में उसने दम तोड़ दिया। पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल ने बताया कि, लाखन सिंह धारियाल अपने अंतिम समय में बच्चे और पत्नी को लेकर चिंतित थे। उन्होंने कहा कि, वह एक बेटे के पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाएंगे। साथ ही दुकान भी पत्नी की नाम की जाएगी। आप अभी भी बाहर न जाए। सावधानी बरतें।