पूरे देश भर में कोरोना महामारी ने हर तरफ अपनी चाप छोड़ दी है। इस महामारी के कारण बहुत से परिवार उजड़ गए, कई छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए और ये सिलसिला अभी जारी ही है। अपको बता दें की, इसी ही एक कहानी टिहरी के तीन बच्चों की भी है, जहां उनकी मां माता सुषमा देवी नगर पालिका टिहरी में सफाई कर्मचारी थी। उनके परिवार में उनके पिता की मौत पहले हो चुकी थी। सुषमा ही उन तीनो बच्चों का पेट पाल रही थी, लेकिन पिछले दिनों सुषमा को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है की ड्यूटी के दौरान सुषमा कोरोना पॉजिटिव हुईं और अगले ही दिन उनकी मृत्यु हो गौ।
सुषमा की मौत के बाद उसके तीनों बच्चे 20 वर्षीय बेटा शिवम, 18 वर्षीय भावना और 14 साल की आराधना अनाथ हो गए हैं। बताया जा रहा है की, सुषमा के पति मनोज कुमार की 4 साल पहले लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी, उसके पति भी सफाईकर्मी थे।पति की मौत के बाद सुषमा नगर पालिका में काम करने लगी थी। वह किसी तरह अपने तीनों बच्चों को भरण पोषण कर रही थी। Also Read This:उत्तराखंड: भोले भाले युवकों को नौकरी का झांसा देकर करता था लाखों की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार…
जानकारी के मुताबिक सुषमा 2 मई को कोरोना पॉजिटिव पाई गई और अगले ही दिन जब उन्हें कोविड सेंटर ले जा रहे थे तो उस समय उनकी मौत हो गई। सुषमा अपने तीन बच्चों के साथ जिला मुख्यालय में एम ब्लॉक के सरकारी आवास में रह रही थी। माता-पिता के निधन के बाद उसके बच्चों के सामने लिखाई – पढ़ाई, रोजगार और भरण-पोषण की समस्या आ गई है। Also Read This:शादीशुदा महिला को हुआ दूसरे व्यक्ति से प्यार, प्रेमी संग मिलकर पति को छत से नीचे फैंका और फिर…
वहीं इस मामले में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने कहा कि सुषमा नौकरी करते हुए कोरोना पॉजिटिव हुई थी। और ऐसे में मृतक सुषमा के बच्चों को सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। उनके बच्चों की सभी जिम्मेदारी सरकार की है। और संगठन ने सरकार से सुषमा के बच्चों को रोजगार से जोड़ने और उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने की अपील की है। अब देखना ये होगा की आखिर कब तक सरकार ये काम करती हैं। ऐसे बहुत से परिवार हैं जिन्होंने अपने दोनो माता – पिता को इस महामारी के कारण खोया है। Also Read This:उत्तराखंड मौसम: अगले कुछ दिन राज्य के तापमान में गिरावट, हो सकती है हल्की बारिश और बर्फबारी..