अपनी जिंदगी की परिस्थितियों से हार मान कर तो हर कोई आसानी से आगे बढ़ जाता है. मगर इस दुनिया में बहुत ही कम ऐसे लोग होते हैं. जो अपनी परिस्थितियों से लड़कर जोश और साहस के साथ उन परिस्थितियों का सामना कर के अपने सपने को पा लेते हैं. ऐसे ही एक जज्बे की खबर उत्तराखंड राज्य के नैनीताल से सामने आ रहे हैं.
उत्तराखंड राज्य के नैनीताल शहर की रहने वाली मीनाक्षी ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से 12वीं की परीक्षा पास कर ली है. इस 12वीं की परीक्षा में मीनाक्षी ने 72.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. मीनाक्षी का अंक प्रतिशत प्लीज थोड़ा सा कम है. मगर जैसे गरीब परिवार से मीनाक्षी ताल्लुक लगती है.
उस परिवार में अंग्रेजी माध्यम से इतने अंक हासिल करना बहुत बड़ी बात है और वह भी तब जब सरकारी स्कूल में हिंदी माध्यम से पड़ने वाले मीनाक्षी को एकदम से अंग्रेजी माध्यम से सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा देनी पड़ी है. प्राप्त जानकारी से पता चलता है कि मीनाक्षी के पिता मनोज कुमार एक नाव चालक हैं और उनकी मां सुनीता भी परिवार का गुजर-बसर करने के लिए दूसरे घरों में काम करती है.
मीनाक्षी के परिवार के पास से ढकने के लिए सिर्फ एक टिन शेड का घर है. इस सफलता को मीनाक्षी ने ना केवल बिना किसी कोचिंग के हासिल किया है बल्कि अपनी सफलता के जरिए उन्होंने यहां भी दिखाया है कि सफलता किसी भी तरह की सुख सुविधाओं की मोहताज नहीं होती है.
अपने परिजनों के साथ नैनीताल शहर के स्टोनल कंपाउंड में रहने वाली मीनाक्षी भविष्य में फ्लाइंग अफसर बनकर देश सेवा करना चाहती है. मीनाक्षी ने 12वीं कक्षा में जीजीआईसी नैनीताल में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. मीनाक्षी ने अपने माता पिता की मेहनत का यह वास्तविक परिणाम दिया है.