उत्तराखंड की बेटी नेहा धामी ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर चुनौती को पार किया और भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है। मुनस्यारी के दूरदराज गांव सिलंगडा घाटी के तल्ला जोहार नापड रौडा की निवासी नेहा ने सीडीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त की और चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग कोर के प्रशिक्षण के बाद भारतीय सेना के सिग्नल कोर में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुई है।
नेहा की इस उपलब्धि ने न केवल अपने परिवार और समुदाय को गर्व से भर दिया है, बल्कि हजारों अन्य युवतियों को भी प्रेरित किया है कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें। नेहा की कहानी उत्तराखंड की बेटियों के लिए एक प्रेरणा है कि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं।
नेहा धामी की सफलता ने उनके परिवार और पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर फैला दी है। यह उपलब्धि पहाड़ की बेटियों की क्षमता और संघर्ष को दर्शाती है कि वे कठिनाइयों को पार करते हुए अपने सपनों को हकीकत में बदल सकती हैं।
नेहा की उपलब्धि न केवल उनके परिवार को गर्व से भर रही है, बल्कि पूरे प्रदेश की युवतियों को भी प्रेरित कर रही है कि वे अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम हैं। यह एक प्रेरणा है कि पहाड़ की बेटियाँ अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी चुनौती को पार कर सकती हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं।