अल्मोड़ा शहर से धर्मांतरण का मामला सामने आया है जहां रोशनी बानो नामक युवती ने मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपनाए हैं और अपना नाम रोशनी कर दिया। युवती ने धर्म परिवर्तन का कारण अपने समाज और परिवार जनों को बताया है।बीते दिसंबर महीने में शासन द्वारा अनुमति मिलने के बाद रोशन बानो ने सनातन धर्म अपनाकर अपना नाम बदलकर रोशनी कर दिया है।
बीते 4 दिसंबर को आर्य समाज मंदिर हल्द्वानी में जाकर उसने यह धर्म अपना धर्म परिवर्तित किया।रोशनी बताती है कि उसने बचपन से देखा है कि उनके समाज में औरतों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता उन पर अत्याचार किए जाते हैं।इसके साथ ही अत्याचार के खिलाफ बोलने वाली लड़की पर फतवा जारी कर दिया जाता था।और यह चीज हमेशा उसे कुछ करने और बोलने से रोकती थी।
रोशनी बताती है कि सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जहां लड़कियों को को उनका हक दिया जाता है और उनके सम्मान के बारे में सोचा जाता है रोशनी पेशे से एक नर्स है। साल 2012 में रोशनी ने 0 बरेली से नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद नागरिक चिकित्सालय अल्मोड़ा में नर्स के पद पर तैनात हुई।
इसके बाद रोशनी ने अपने घर की बड़ी बेटी होने की जिम्मेदारी निभाई। अपनी छोटी बहन को भी नर्सिंग का कोर्स करवाया और साथ ही में अपने भाई को भी बी ऐड करवाया ।इसके बाद रोशनी में लोन लेकर अपना एक घर भी बनाया जिसमें सब लोग साथ में रहते थे लेकिन कुछ समय बाद भाई ने मकान के लिए झगड़ा करना शुरू कर दिया और साथ ही पिता बशीर अहमद ने भी रोशनी के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया जिससे तंग आकर रोशनी ने अपने परिवार जनों से अलग होने का फैसला किया ।
रोशनी इतना तंग आ चुकी थी कि उन्होंने कहा कि मैं मरना पसंद करूंगी लेकिन वापस अपने समुदाय में नहीं जाऊंगी। रोशनी को उसी के परिवारजनों ने इतनी यातनाएं दी कि वह डिप्रेशन का शिकार हो गई थी।अब रोशनी ने खुशी-खुशी सनातन धर्म अपना लिया। और साथ ही परिवाजनों को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया।