मेडिकल साइंस ने आज कई क्षेत्रों में कई उपलब्धियां हासिल कर ली है. लेकिन कहीं ना कहीं आज भी छोटी सी गलती बहुत भारी पड़ जाती है. उत्तराखंड में परिवार नियोजन के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं.
ऐसे ही एक कार्यक्रम का हिस्सा बने उत्तराखंड हरिद्वार के एक दंपति, लेकिन कुछ समय पश्चात ही परिवार नियोजन का उनका ऑपरेशन फेल हो गया. जी हां हरिद्वार के रहने वाली 32 वर्षीय प्रतिभा देवी का आरोप है कि उन्होंने 16 फरवरी 2019 को हरिद्वार के जिला अस्पताल में नसबंदी का ऑपरेशन करवाया था. प्रतिभा के 6 बच्चे हैं.
नसबंदी करवाने के बाद प्रतिभा ने सोचा कि उनकी समस्या का हल हो चुका है लेकिन सब उनकी सोच के विपरीत हो गया. प्रतिभा दोबारा से प्रेगनेंट हो गई और उन्होंने अपने सातवें बच्चे को जन्म दिया. प्रतिभा ने हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर मुआवजे की मांग की है. प्रतिभा के अनुसार उसके पहले से 6 बच्चे थे और वह अब और बच्चे नहीं चाहती थी.
इसलिए उन्होंने नसबंदी का ऑपरेशन करवाया था. उन्होंने अपने सातवें बच्चे के भरण पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है. प्रतिभा ने 25 सितंबर 2019 को शिकायत दर्ज की और सीएमओ पर लापरवाही का आरोप लगाया है. जब सीएमओ को नोटिस भेजा गया तो वह अपना पक्ष रखने के लिए पेश नहीं हुए.
एडिशनल डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट ऑफ काउंसलिंग अशोक डिमरी ने बताया कि राज्य आयोग ने मेरिट के आधार पर फैसला किए जाने के लिए बढ़ा दिया है. दोनों पक्ष अब 28 अप्रैल को आयोग के सामने पेश होंगे,और मामले पर सुनवाई की जाएगी.