
देवभूमि उत्तराखंड में खिलाड़ियों की बहुत ज्यादा दुर्गति हो रही है उन्हें वह सम्मान और प्रोत्साहन नहीं मिल पा रहा है. जिसके वह हकदार हैं. जिसके कारण बस उनको देश के अन्य प्रदेशों में जाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके अन्य प्रदेशों के लिए खेलना पड़ रहा है.
ऐसे कई खिलाड़ियों के उदाहरण हमारे सामने है .जैसे कि उन्मुक्त चंद ऋषभ पंत व अन्य कई खिलाड़ी ऐसे हैं. जिन्हें दूसरे प्रदेशों की तरफ से खेलना पड़ा. ऐसा ही उत्तराखंड की एक और बेटी के साथ होने जा रहा है. जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का सिर्फ आदेश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
मगर जब उसने अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के बारे में बताकर सरकार से सरकारी नौकरी की अपील की तो सरकार ने हाथ खड़े कर दिए. हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड राज्य के राज्य के चमोली जिले के दशोली विकासखंड के मजोठी गांव की रहने वाली मानसी नेगी की. जिनका एक पोस्ट इतना ज्यादा वायरल हो गया था कि उत्तराखण्ड सरकार में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही रेखा आर्य को सोशल मीडिया में आकर सरकार की तरफ से बोलना पड़ा और सरकार का पक्ष रखना पड़ा.
मानसी नेगी ने मीडिया से बातचीत के दौरान यहां बताया कि वह प्रदेश में रहकर अपना खेल जारी रखना चाहती हैं मगर मगर उनके घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार बाहर नौकरी में चयनित होकर ही घर लौटेंगे ताकि अपने परिवार और अपनी मां की थोड़ा सा मदद कर पाए.
उन्होंने उत्तराखंड सरकार से सपोर्ट कोटे के तहत सरकारी नौकरी के लिए भी गुहार लगाई मगर बीते 10 साल से उत्तराखंड में स्पोर्ट्स कोटे की भर्ती बंद हुई पड़ी है. जिसके बाद मानसी नेगी ने रेलवे में आवेदन भरा और ट्रायल भी दे दिया है. उनके चयनित होने के आसार भी बहुत ज्यादा दिखाई दे रहे हैं. अगर उनका चयन वहां हो जाता है. तो फिर वहां रेलवे की तरफ से ही स्पोर्ट्स खेलेंगे और उत्तराखंड फिर से अपने एक प्रतिभावान खिलाड़ी को खो देगा.