पुलिस लोगों की मदद के लिए दिन रात मेहनत करती है कि किसी को कोई दिक्कत ना हो लेकिन यहां मामला थोड़ा उल्टा हज। आपको बता दें कि देहरादून पुलिस ने लोगों की मदद के लिए एक वॉट्सऐप नंबर जारी किया है और कंट्रोल रूम के इस नंबर पर पिछले दिनों किसी अनजान नंबर से मैसेज आया। बताया जा रहा है कि मैसेज में पुलिस की वैन को बम से उड़ा देने की बात लिखी गई थी ये मेसेज देख पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस को जिस नंबर से मैसेज आया था उस नो की जांच शुरू हो गई है और उस नो को सर्विलांस पर लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि जांच के दौरान ये नंबर यूपी के पीलीभीत का है और देहरादून पुलिस ने मैसेज भेजने वाले को पकड़ने के लिए पीलीभीत पुलिस से भी मदद मांगी है और जब पीलीभीत पुलिस ने मैसेज करने वाले आदमी के घर पहुंची तो पता चला कि जिस आदमी के मोबाइल से पुलिस को मैसेज किया गया था, वो मजदूरी करता है और वॉट्सएप का इस्तेमाल नहीं करता है, साथ ही कीपैड वाला फोन है। फिर उसकी मोबाइल देकर छोड़ दिया गया। अब तक ये पता नहीं चला पाया है कि किसने उस नो से मेसेज किया है।
और जब जांच शुरू हुई तो पता लगा कि ये मोबाइल नंबर पीलीभीत के थाना सुनगढ़ी क्षेत्र के गांव गुटइया निवासी राजू का है, जिसकी उम्र करीब 45 की साल है। रात को ही उसके बाद सुनगढ़ी पुलिस की टीम ने ग्राम गुटइया के राजू को उसके घर से हिरासत में ले लिया उसके पूछताछ के दौरान पता चला कि राजू मजदूरी करता है। उसके पूरे घर में किसी के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है। राजू के पास भी कीपैड वाला फोन है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।








