एक अजीबोगरीब खबर उत्तराखंड के चंपावत जिले से जहां एक गांव में ग्रमीणों ने प्रसाशन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। बता दें यह प्रदर्शन वाकई चौंका देने वाला है। जिसमें गुस्साए ग्रामीणों ने प्रसाशन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए सैकड़ों लीटर दूध बहा दिया। सूत्रों की माने तो चौकनी गांव के लोगों ने माइक्रो कंटेंट ज़ोन से परेशान होकर यह नाराजगी जाहिर की। प्रशासन ने यह गांव पूरी तरह सील किया हुआ है न कोई गांव के अंदर जा सकता है न कोई गांव से बाहर आ सकता है ऐसी स्तिथि में गांव के लोग बड़ी दिक्कतों से जूझ रहे हैं। यहां के ग्रामीणों की रोजी रोटी दूध का व्यापार करने में निर्भर है और इस स्तिथि में दुग्ध संघ ने दूध को खरीदने से साफ इंकार कर दिया जिसके बाद ग्रामीणों में कुछ देखने को नज़र आता है तो वह है सिर्फ और सिर्फ दुख।
दरहशल इस गांव में कोरोना के मरीज पाए गए जिसके बर्फ प्रसाशन ने जिला मुख्यालय से लगे चौकनी गांव को माइक्रो कंटेंट जोन घोषित कर दिया। फलस्वरूप 50 से ज्यादा परिवार जो सिर्फ दूध का व्यापार करके ही अपना घर चलाते थे उनकी रोज़ी रोटी इस दुविधा के कारण उनसे छिन् गयी ऐसी स्तिथि में ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ गुस्सा व प्रदर्शन जाहिर किया और सैकड़ों लीटर दूध की नदियां बहा दी लोगों का कहना है कि सरकार ने गांव को सील तो कर दिया लेकिन ग्राम वासियों के लिये कोई दूसरा विकल्प नहीं छोड़ा जिससे उनका घर चल सके।
ग्रामीणों का आरोप है कि कोरोना रिपोर्ट नेगिटिव आने के बाद भी उनको दूध बेचने की अनुमति नहीं दी जा रही है जिसके कारण 3 से 4 सौ लीटर दूध व्यर्थ ही जा रहा है। 12 दिनों से लोग गांव से बाहर तक नहीं निकले हैं।
आपका पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल अब गूगल एप्प पर भी फॉलो करने के लिए क्लिक करे…. Dainik circle news par