आपको बता दें की, सीएम तीरथ सिंह रावत ने जाते – जाते तीन रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए जो महज प्रदेश में किसी ने भी ये रिकॉर्ड नही बनाएं होंगे। सीएम तीरथ का कार्यकाल महज 4 महीना भी ढंग से नहीं चल पाया। विधानसभा चुनाव होने से पहले ही तीरथ रावत ने सैंविधानिक संकटों के चलते अपना मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, जाते – जाते मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कुछ रिकॉर्ड अपने नाम कर दिए, जो की आज तक किसी ने भी नही किए।
उनके नाम एक रिकॉर्ड ये है कि वो अब तक के मुख्यमंत्रियों में से सबसे छोटे कार्यकाल के मुख्यमंत्री रहे हैं, जो की महज 114 दिन का रहा, साथ ही एक रिकॉर्ड ये है कि उनके कार्यकाल में विधानसभा का एक भी सत्र नहीं हुआ। वहीं, तीसरा रिकॉर्ड ये रहा की वे ऐसे सीएम बन गए जो मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान विधानसभा के सदस्य नही रहे। तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप से शपथ ली और महज 114 दिन के अंदर उन्होंने 2 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
वहीं, तीरथ सिंह रावत पहले इसे मुख्यमंत्री हैं जिनका कार्यकाल सबसे कम रहा।और तीरथ रावत का इस्तीफा देते ही बीते शनिवार को उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ली। और इसी के साथ वे अब उत्तराखण्ड के 11वें मुख्यमंत्री रूप में शामिल हो गए हैं।ALSO READ THIS:शहीद हिमांशु नेगी का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर पहुंचा गांव, नम आंखों से दी अंतिम विदाई..
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