उत्तराखंड में अंकिता हत्याकांड को लेकर अभी भी लोगों के मन में गुस्सा है वह चाहते हैं कि अंकिता हत्याकांड का मामला सीबीआई को सौंपा जाए ताकि इसमें शामिल वीआईपी लोगों की सूची बाहर आ सके और आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा मिले।
बता दें कि इसी बीच 18 अक्टूबर को अंकिता के गांव से एक तिरंगा यात्रा भी निकाली गई लेकिन प्रदर्शनकारियों के इस से तिरंगा यात्रा को बैराज पुल पर ही रोक दिया गया।
बता दें कि छात्र संघ और कुछ प्रदर्शनकारी अंकिता के गांव से तिरंगा यात्रा लेकर ऋषिकेश की ओर जा रहे थे तभी उन्हें पुलिस की बैरिकेडिंग लगाकर बैराज पुल पर रोक दिया गया।
जिसमें प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई तभी अचानक एक प्रदर्शनकारी के सिर से खून बहने लगा वहीं अन्य प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर डंडे से हमला किया
जिस कारण प्रदर्शनकारी को गंभीर चोट आई इसी बीच महिलाएं भी प्रदर्शन में नारेबाजी करते हुए दिखे वही इसके विपरीत पुलिस ने 32 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।