उत्तराखंड में बहुत से युवा इसे है जो अभी भी सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे है खासकर वह लोग जिनकी एज निकल चुकी है।जी हां पिछले चार साल से उत्तराखंड में किसी भी सरकारी विभाग में किसी भी तरह की भर्ती नहीं हुई है।जिससे कई शिक्षित युवकों की एज ज्यादा हो चुकी है।और इस कारण वह आवेदन नहीं कर पाए।लेकिन उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत उन युवाओं के समर्थन में खड़े हुए।
बीते गुरुवार को उन्होंने आवास में मौन उपवास रख सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जिसके द्वारा उन्होंने सरकार में अधिकतम आयु सीमा में छूट देने की मांग की है।उन्होंने यह बात भी उठाई कि इस तरह है प्रेश में बेरोजगारी का सिलसिला बढ़ता ही चला जा रहा है।
पिछले चार सालों से सरकारी भर्ती ना होने के कारण सरा युवा वर्ग बहुत प्रभावित हुआ है।इस प्रकार से तो को युवा कुछ के सकते है वह भी इसी आस में है कि अब उनके लिए कोई सरकारी विभाग अपनी भर्ती खोलेगा।सरकार की जन-विरोध नीतियों की वजह से पूरी आम जनता बहुत ही ज्यादा परेशान है चुकी है।ओवर एज युवा टीईटी या एलटी जैसी परीक्षा में आयु सीमा के होने से इसमें आवेदन नहीं कर पा रहे है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से ओवर ऐज युवओं को सरकारी आवेदन में छूट देने की मांग की है। हम आपको बीटा दे इससे पहले वर्ष 2016-17 में ही भर्ती निकाली गई थी लेकिन उसके बाद से किसी भी तरह की कोई भर्ती नहीं निकली गई।इस कारण से बहुत से युवाओं की उम्र जा चुकी है। ऐसे में पूर्व सीएम की मांग है कि सरकारी आवेदन में युवाओं के लिए उम्र में पांच साल की चूट दी जाए यानि पांच साल बढ़ा दिए जाए। हालांकि अभी तक सरकार ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया है।
मैंने कल घोषणा की थी कि मैं ऐसे बच्चे जो सरकार की रोजगार विरोधी नीति के कारण क्योंकि आपने पिछले 4 वर्षों के अन्दर भर्तियां की ही नहीं, सरकारी विभागों में पद खाली रहे और चाहे वो शिक्षा से संबंधित हो या दूसरे विभागों से संबंधित हो, वह बच्चे सब ओवर ऐज हो गये हैं, शैक्षिक योग्यता है pic.twitter.com/dVdlGnUFf6
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 7, 2021