उत्तरखंड के मनोज सरकार पैरा बैडमिंटन मे जीतकर कांस्य पदक अपने नाम किया। यहाँ तक कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने मनोज को 50 लाख रूपए और सरकारी नौकरी पुरस्कार स्वरूप देने का आवेदन भी किया। रुद्रपुर के मनोज सरकार ने बैडमिंटन में देश व प्रदेश का नाम रौशन किया है। हाल ही मे टोक्य ओलंपिक में भारत ने 19 मेडल अपने नाम किये। कांस्य पदक मुकाबले में खेलना मुश्किल इसलिए भी था क्योंकि मनोज सेमीफाइनल मैच में हारकर यहां पहुंचे थे। लेकिन उन्होंने कड़ी टक्कर देते हुए भारत को पदक दिलाया। मनोज की जीत के बाद हर तरफ उसकी खेल की ही बाते ही हो रही है। मनोज के घर पर काफी भीड़ है और लोग उन्हे इस जीत की बधाइयाँ देने आ रहे है। इसी बीच राज्य सरकार ने भी मनोज को सम्मानित करने का फैसला कर लिया है।
बुधवार को विद्यालयी शिक्षा व खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने देहरादून में खेल और युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों की बैठक में एक घोषणा भी की। इस बैठक के बाद अरविन्द पांडेय ने उत्तराखंड खेल नीति 2020 के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए हर जिले में 100 बालक-बालिकाएं को चुना जायेगा। वही उनकी नॉर्मल व एक्स्ट्रा डाइट का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए खेल सचिव को निर्देश भी दिया गया है। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने युवा खिलाड़ियों को चुनने और उनकी काबिलियत को और निखारने के लिए सरकार से इज़ाज़त मांगी। और इसके अलावा उन्होंने पीआरडी के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों के लिए सुविधाओं और अन्य चीज़ो को लेकर बातचीत की।
मनोज सरकार को भारत आने पर उन्हें केंद्री खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक कार्यक्रम में सम्मानित किया था। इसके बाद मंत्री अनुराग ठाकुर ने मनोज से कहा कि आप स्वर्ण पदक भी जीतेंगे। मनोज सरकार की इतने सालो की मेहनत आज रंग लाई है। और ये साबित उन्होंने कांस्या पदक जीत कर दिया। वही उनको पुरा देश सलाम कर रहा है। मनोज सरकार गुरूवार को पीएम मोदी से मिलने जाएंगे। उनकी पत्नी रेवा सरकार और मनमोहन सरकार भी आज दिल्ली पहुंच गये है। भारत ने अभी तक पैरालंपिक मे पांच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह कांस्य पदक जीते हैं।
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