पूरे देश में फटी जींस को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयान पर लोगों ने बहुत विरोध जताया है। वहीं बॉलीवुड से लेकर राजनीति तक पूरी सियासत गर्मी हुई है। वहीं इस खबर को लेके लोगों ने वृद्ध जाता कर सड़कों पर सीएम तीरथ सिंह रावत का पुतला भी फूका, कोई अपनी टिप्स जींस को पहनकर सोशल मीडिया में अपनी फटा सांझा करके सीएम का विरोध कर रहा है। आपको बता दें की अब, सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने बयान को लेकर सभी से माफी मांग ली है। और उन्होंने मीडिया से बातचीत करके अपने बयान को लेकर सफाई दी है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत कर कहा कि मैं ग्रामीण परिवेश में पला-बढ़ा हूं, और हमारे वक्त में स्कूलों में अनुशासन हुआ करता था, और अगर कभी स्कूल की पैंट थोड़ी सी भी फट जाती थी तो हमें घबराहट होने लगती थी, कि स्कूल में डांट पड़ेगी और ये हमारा अनुशासन और संस्कार ही था। हम उस वक्त संपन्न तो नहीं थे, कि हम पैंट फटने पर नई पैंट खरीद लेते, ऐसे में फटे हुए को ढक कर स्कूल जाना पड़ता था।
पर आज हर बच्चा 2 से 4 हजार और पांच हजार की जींस खरीदता है। वो देखता है कि जींस फटी है कि नहीं, अगर जींस फटी नहीं होती तो घर पर जाकर कैंची मार देता है।उसके बाद मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि मैंने संस्कार और संस्कृति के परिपेक्ष में जींस वाली बात कही थी, और जिस कार्यक्रम में मैंने बयान दिया, वो कार्यक्रम ही बच्चों को बुरी आदतों से बचाने के संबंध में आयोजित किया गया था। वहीं अगर हमने संस्कार और अनुशासन बच्चों में पैदा किया तो वो कहीं भी फेल नहीं हो सकता।
किताबी ज्ञान के साथ – साथ संस्कार ज्ञान भी जरूरी हैं। और अगर मैंने ऐसा कहा, तो इस में क्या गलत है।और मैंने सिर्फ एक उदाहरण दिया था। मेरे घर में भी बेटी है। हमें बच्चों को किस तरह के संस्कार देने चाहिए, मैंने सिर्फ इस पर बात की थी।
वहीं उसके बाद मुख्यमंत्री का कहना था की, मुझे किसी के जींस पहनने से कोई ऐतराज नहीं है। ये किसी का खुद का निर्णय है। अगर किसी को यही लगता है फटी जींस ही पहननी है तो ये उसका निर्णय है। सीएम ने अपना बयान जारी कर दिया है, अब बस देखना ये होगा की अब इस बयान को लेकर लोग क्या कहते हैं।