देहरादून – आज के दिन पुलवामा में आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हुए थे जिसमे उत्तराखंड के मोहन लाल रतूड़ी भी शहीद हुए थे। आज भी इस दिन को याद करके उनके पत्नी बच्चों के आंखों में आंसू आते हैं। आपको बता दें कि मोहन लाल के बेटे को राज्य सरकार की तरफ से नौकरी मिल गई है। उन्हें फक्र है कि उनके पिता देश के लिए शहीद हुए हैं और इससे को देखते हुए वो अब आगे बढ़ रहे हैं। शहीद मोहन लाल रतूड़ी मूल रूप से उत्तरकाशी के बनकोट के रहने वाले थे। और अभी वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता है। मोहन लाल की प्राथमिक शिक्षा उनके गांव से हुई इसके बाद उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज जोगत जो कि 10 किमी दूर था वहां से 10 पास की। सड़क ना होने पर उन्हें पैदल ही जाना पड़ता था। उनके पिता पंडिताई का काम करते थे।
आपको बता दें कि मोहन लाल रतूड़ी सीआरपीएफ में सन 1988 में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, 3 बेटियां समेत दो बेटे हैं। और शहीद की पत्नी का कहना है कि सरकार और समाज ने उन्हें पूरा सहयोग दिया। बताया जा रहा है कि उनके बड़े बेटे को राज्य सरकार की ओर से नौकरी मिल गई है, जो कि उत्तरकाशी कलेक्ट्रेट में लिपिकिया संवर्ग में तैनात हैं। बेटी गंगा बीएससी पूरी करके मेडिकल की कोचिंग ले रही है। एक बेटी डीएवी कॉलेज से बी एड कर रही है, साथ ही उसे सरकारी सीट मिली है और वो सिविल सेवा की तैयारी कर रही है। उनका कहना है कि सीआरपीएफ ने उन्हें आर्थिक रूप से भी मदद की है।