कोरोना काल में सभी लोग परेशान हैं, राज्य द्वारा कहीं कर्फ्यू और कहीं लॉकडाउन लगा हुआ है। वहीं सरकार ने कुछ चीजों को छूट दी गई है। और वहीं उत्तराखंड से अजब गजब मामला सामने आया है, यहां एक ऑनलाइन विवाह का मामला सामने आया है। क्या अपने आज तक कोई ऑनलाइन विवाह देखा है।शायद ही ऐसा कभी हुआ हो कि शादी भी मोबाइल के जरिए संपन्न हुई हो। आपको बता दें की, अगर आपने कभी वर्चुअल विवाह के बारे में नहीं सुना तो अब हम आपको बताते हैं। उत्तराखंड में एक विवाह बेहद ही अनोखे तरीके से पूरा हुआ, और इस विवाह में न ही बैंड बजा था और न ही कोई शोरगुल। यहां तक कि दूल्हा-दुल्हन भी एक दूसरे से सैकड़ों मील दूर थे।
चलिए अब आपको बताते हैं पूरी खबर, उत्तराखंड के अल्मोड़ा का दूल्हा और लखनऊ की दुल्हन ने वीडियो कॉल के जरिए एक-दूसरे के साथ शादी पूरी की। हो गए ना हैरान आप, आपको बता दें की, यह वर्चुअल विवाह हुआ है, जिसमे उत्तराखंड के अल्मोड़ा के उमेश और लखनऊ की मंजू के बीच और फोन के जरिए दोनों ने 7 फेरे लिए और विवाह के इस पवित्र बंधन में बंध गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि, उमेश और मंजू का विवाह 25 अप्रैल को होना तय हुआ था, और वहीं दोनों के परिवारवाले विवाह को लेकर काफी उत्साहित थे। दोनों की घरों में खूब तैयारियां चल रही थीं। और अंत तक सब ठीक था लेकिन, हुआ ये की शादी से ठीक पहले ही उमेश की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई, और फिर उसके बाददूल्हे ने खुद को अपने घर में आइसोलेट कर लिया। जब कोई चारा नहीं दिखा तो दोनों परिवारों ने ऑनलाइन विवाह करने की ठानी।
लंबे समय से उमेश और मंजू की शादी की तैयारियों में दोनों का परिवार जुटा हुआ था और 25 अप्रैल वह शुभ दिन था जिस दिन दोनों को शादी के बंधन में बंधना था। मगर दुर्भाग्यवश शादी से एक दिन पहले ही उमेश कोरोना पॉजिटिव आ गई और दूल्हे के पॉजिटिव आते ही दोनों परिवारों के बीच में मायूसी छा गई, लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद भी उन दोनों का विवाह वर्चुअल तरीके से संपन्न हुआ। आपको बताते हैं की, दुल्हन क्या कहती है, दरअसल दुल्हन का कहना है की, उनके यहां यह परंपरा है कि शादी से पहले गणेश पूजा होती है और गणेश पूजा संपन्न होने के बाद शादी टालना अपशकुन माना जाता है, इसलिए तय तारीख पर ही शादी की जाती है।
और इसी वजह से उन दोनों के परिवारों ने यह तय किया कि उमेश और मंजू का विवाह वर्चुअल तरह से संपन्न किया जाएगा। उन दोनों के विवाह में शादी की सभी रस्में वहीं रहीं बस जरिया बदल गया और कई मील दूर होते हुए भी दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। और उन्होंने बताया की, वर एवं वधु दोनों पक्ष मोबाइल के जरिए एक दूसरे से जुड़े और पुजारी से सारी रस्में करवा कर शादी संपन्न करवाई। आपको बता दें की, मंजू और उमेश दोनों एक-दूसरे से 450 किलोमीटर दूर थे और उन दोनो ने जूम एप्लीकेशन के जरिए अपना विवाह संपन्न किया। वहीं पुजारी ने मंत्र का पाठ किया और मंजू के गले में उसकी छोटी बहन ने मंगलसूत्र बांधा और उसके सिर पर सिंदूर लगाया। उसके 3 घंटे के बाद दोनों का विवाह संपन्न हुआ। है ना अनोखी शादी।