
उत्तराखंड में हर साल 8 अगस्त को वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती मनाई जाती है, जिसमें महिलाओं और किशोरियों को उनकी साहस, पराक्रम और उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया जाता है। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदान करती है, जो उनकी बहादुरी और संघर्ष के लिए एक सम्मान है।
इस वर्ष 8 अगस्त को 13 महिलाओं को तीलू रौतेली सम्मान से नवाजा गया है, जिनमें रुद्रप्रयाग जिले की विनिता देवी भी शामिल हैं। यह सम्मान उनकी उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया है।”
उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने 8 अगस्त 2023-24 के लिए चयनित 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें रुद्रप्रयाग जिले की विनीता देवी भी शामिल हैं, जिन्हें उनके अदम्य साहस के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
विनीता देवी ने 27 जून 2024 को अपनी सास के साथ जंगल में घास लेने के दौरान गुलदार के हमले का सामना किया था। उन्होंने अपनी सास को बचाने के लिए गुलदार से लड़ाई की और अपने घावों के बावजूद हार नहीं मानी। उनके साहस के लिए उन्हें तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विनीता देवी ने महिलाओं को संदेश दिया कि वे जंगलों में जाने से पहले कम से कम 8-10 महिलाओं के समूह में जाएं और अपनी सुरक्षा का इंतजाम खुद करें।”तीलू रौतेली पुरस्कार 2023-24 के विजेताओं की सूची में 13 महिलाएं शामिल हैं, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- गायन क्षेत्र में डॉ माधुरी बड़थ्वाल
- सामाजिक क्षेत्र में गीता गैरोला, शकुंतला दताल, और रीना उनियाल
- साहित्य क्षेत्र में सोनिया आर्या
- खेल क्षेत्र में प्रीति गोस्वामी, नेहा देवली, संगीता राणा, और अंकिता ध्यानी
- पैरा बैडमिंटन में ननदीप कौर
- साहसिक कार्य में विनीता देवी
- हस्तशिल्प क्षेत्र में नर्मदा देवी रावत
- विज्ञान क्षेत्र में सुधा पाल
इन महिलाओं को उनकी उपलब्धियों और योगदान के लिए तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।”