उत्तराखण्ड में पानी हुआ महंगा, पानी सा भाग रहा स्मार्ट मीटर, फिक्स चार्ज से ज्यादा देना पर रहा पैसा

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Water became expensive in Uttarakhand, people have to pay more than the fixed charge
Water became expensive in Uttarakhand, people have to pay more than the fixed charge (Image Source: Social Media)

 नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में स्मार्ट मीटर की तकनीक को तेजी से अपनाया जा रहा है, जिससे पानी की खपत का सटीक माप लिया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को उनके द्वारा उपयोग किए गए पानी की मात्रा की जानकारी मिल रही है और उन्हें उसके अनुसार बिल का भुगतान करना पड़ रहा है।

20 किलो लीटर पानी की खपत पर 229 रुपये का बिल आ रहा है, जबकि इससे अधिक पानी की खपत पर अधिक बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। स्मार्ट मीटर तकनीक के लागू होने से हल्द्वानी में पानी की बर्बादी पर नियंत्रण किया जा सकेगा और उपभोक्ताओं को उनके पानी के उपयोग की जानकारी मिलेगी।

हल्द्वानी शहर के पैरी अर्बन इलाकों में जल निगम ने पेयजल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए तीन योजनाएं शुरू की हैं। इसके तहत तल्ली हल्द्वानी, कुसुमखेड़ा, और गोजाजाली में सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इससे प्रति माह 20 किलोलीटर से कम पानी खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को कम बिल देना पड़ रहा है, जबकि पानी का अनियंत्रित दोहन करने वालों को अधिक बिल चुकाना पड़ रहा है। जल संस्थान के उपभोक्ताओं का तीन माह का पानी का फिक्स चार्ज 1124 रुपये है।

20 किलोलीटर से अधिक पानी खर्च करने वालों को 229 रुपये प्रति माह का बिल देना पड़ रहा है, जबकि अधिक पानी खर्च करने पर 16.56 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से पैसा देना पड़ रहा है, जिससे जनता की जेबों पर सीधा असर पड़ रहा है।

हल्द्वानी नगर निगम के सभी वार्डों में पेयजल उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया जारी है। यूआईडीएफ योजना के तहत वार्ड एक से 33 तक के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जबकि उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा वार्ड 34 से 60 तक के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर के कारण पानी के अधिक उपयोग पर उपभोक्ताओं को अधिक बिल का भुगतान करना पड़ रहा है, जिससे लोगों को अपने पानी के उपयोग पर नियंत्रण रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

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