रविवार की रात छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ के जवान रितेश कुमार रंजन ने अपने ही साथियों पर AK-47 से गोली मार दी थी। फायरिंग के दौरान 4 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई बल्कि 3 गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमे से 2 जवानों की हालत काफी नाज़ुक बताई जा रही है। इस घटना को अंजाम देने वाले सीआरपीएफ के जवान ने अभी कुछ यह नही बताया है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।
रितेश रंजन जहानाबाद के घोसी थाना क्षेत्र के रहने वाले है। वह 2011 में सीआरपीएफ में कॉन्स्टेबल पद पर थे। रितेश तीन भाई बहन थे। रितेश का छोटा भाई रोशन कुमार एक मेडिकल कंपनी में MR है। वहीं, उनकी बहन की शादी हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार रितेश की शादी 2013 में जहानाबाद जिले के कसवां में हुई थी। उसके बारे में गाँव के लोगो ने कहा कि 2012 में वह ड्यूटी छोड़कर घर पर आ गया था। 10 महीनों तक वह घर पर ही रहा।
इसके बाद परिवार वालो के काफी समझाने के बाद उसने फिर से जॉइन किया था। रितेश का गांव NH-110 पर है। जब गांव के लोगो से घटना के बारे में पूछताछ की तो उन लोगों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया। फिर उन्होंने कहा कि जवान 2012 में जब छुट्टी लेकर घर आया तो लगभग 10 महीने तक वह ड्यूटी पर नहीं गया। इस मामले की सूचना अभी रितेश के माता-पिता को नहीं दी गई है।ALSO READ THIS:श्रीनगर में आतंकियों ने पुलिस के जवान की घर के बाहर गोली मारकर की हत्या…
क्योंकि घर में छठ पूजा की तैयारी चल रही है। पूजा में किसी भी तरह की रुकावट न हो, इसीलिए माता-पिता से मामले को छिपाया जा रहा है। वहीं रितेश की पत्नी अपने मायके कसवा गई हुई थी। जब उससे फोन पर पूछताछ की गई तो पत्नी ने कुछ भी बताने से मना कर दिया। छत्तीसगढ़ के मामले के बाद से पूरे गांव में शोक की लहर है।ALSO READ THIS:पिता से छुट्टी लेकर जल्दी घर आने का किया था वादा, लेकिन दोस्त ने ही दाग दी गोली और उजाड़ दिया घर