Green Tea Benefits In Hindi, ग्रीन टी पीने के फायदे और नुकसान..

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Disadvantages of Green tea in Hindi

ग्रीन टी और उसके फायदे (Green Tea and its Benefits in Hindi)

 

आज के समय संसार का हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत जागरूक हो गया है। हम अपने शरीर को मेन्टेन (maintain) रखने के लिए व्यायाम से लेकर डाइट तक न जाने क्या क्या नहीं करते लेकिन फिर भी कुछ नहीं होता है।

आज हम आपको इसका हल बताएंगे। वैसे तो आप रोज चाय पीते होंगे लेकिन क्या आपने कभी ग्रीन टी पी है और इसके फायदे से परिचित हैं (Green Tea Benefits and Disadvantages in Hindi)।

ग्रीन टी पीने से कई तरह के खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। ग्रीन टी को वजन कम करने में सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। यह न सिर्फ वजन कम करने में सहायक है बल्कि डायबिटीज और लिवर सम्बंधित बीमारियों से लड़ने में भी काफी मददगार है।

हरी चाय यानी ग्रीन टी में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो मेटाबोलिज्म को बूस्ट करते हैं और भूख को कंट्रोल करते हैं। अब अगर भूख ही कम लगेगी तो जाहिर है कि इससे वजन निश्चित ही कम हो जाएगा। हालांकि कुछ लोग ग्रीन टी पीते जरूर हैं लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता कि कब और कितनी मात्रा में ग्रीन टी पीनी चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि ग्रीन टी पीने के क्या क्या फायदे और नुकसान हैं, इसे कैसे बनाते हैं और ग्रीन टी को कब और कितनी मात्रा में पीना चाहिए।

ग्रीन टी पीने के फायदे

Benefits of Green tea in Hindi

दिमाग के लिए फायदेमंद ग्रीन टी

ग्रीन टी हमारे दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है। एक स्टडी (study) के अनुसार, ग्रीन टी चिंता (stress) को कम करती है, इसमें कैफीन मौजूद होता है जो स्ट्रेस यानी तनाव को कम करती है। इसके साथ साथ यह हमारे दिमाग की कार्यप्रणाली में भी काफी सुधार करती है।

वजन कम करने में सहायक

कई अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि ग्रीन टी से वजन कम होता है। ग्रीन टी फैट बर्निंग (Fat Burning) को बढ़ाती है, यह मोटापे को कंट्रोल करने में मदद करती है। ग्रीन टी में कैटेचिन और कैफीन मौजूद है जो वजन को कंट्रोल और संतुलित करती है। हालांकि आपको बता दें, वजन कम करने के लिए आपको केवल ग्रीन टी पर ही निर्भर नहीं रहना होगा, इसे पीने के साथ साथ आपको नियमित रूप से व्यायाम भी करना चाहिए।

डायबिटीज में फायदेमंद

ग्रीन टी वजन कम करने के साथ साथ डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी सहायक है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एन्टी फ्लेमेटरी डायबिटीज के मरीजों में दिल से संबंधित बीमारियों के खतरे को दूर करता है। एक अध्ययन के अनुसार, यदि आप डायटीशियन की सलाह के मुताबिक रोज ग्रीन टी पीते हैं तो फिर आपको टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बहुत कम हो जाता है।

उम्र को बढ़ने से रोकना

वैसे तो ग्रीन टी पीने के फायदे इतने हैं कि लिस्ट पड़ते पड़ते आप थक जाएंगे लेकिन इसका एक फायदा यह भी है कि इसे पीने से आपकी उम्र धीरे धीरे बढ़ती है, यानी आप ज्यादा साल के होने के बावजूद कम उम्र के ही लगोगे। हालांकि यह कहना बिल्कुल भी उचित नहीं होगा कि आप जवान दिखने के लिए अधिक से अधिक ग्रीन टी पियें क्योंकि इससे हानि भी होती है। ग्रीन टी पीने से कई बीमारियों से छुटकारा जरूर मिलता है। और जब आपके शरीर में बीमारियां नहीं होंगी तो आपकी उम्र बढ़ने के आसार कम हो जाएंगे। इसलिए अमेरिकी अध्ययन के अनुसार, ग्रीन टी को उचित सलाह लेने के बाद ही पीना चाहिए।

कैंसर के खतरे से बचाव

ग्रीन टी में ऐसे ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर देते हैं। आपको बता दें, कैंसर होने का मुख्य कारण यह है कि जब शरीर में नए सेल समय पर नहीं बनते और पुराने सेल समय पर खत्म नहीं होते, तो उसके कारण कैंसर के सेल उत्पन्न हो जाते हैं। और आपको पता ही होगा ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है जो कैंसर के खतरे को कम करने में काफी सहायक सिद्ध होती है।

ग्रीन टी पीने का सही समय

Perfect time to drink Green tea in Hindi

कई लोगों को यह मालूम जरूर होता है कि ग्रीन टी के क्या क्या फायदे हैं (Green tea benefits in Hindi) , लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं होता कि इसे कब पीना चाहिए और इसे पीने का सही समय क्या है। क्योंकि अगर आपने ग्रीन टी सही समय पर नहीं पिया या फिर इसे अधिक मात्रा में पी लिया तो यह आपके शरीर को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। तो चलिए जानते हैं ग्रीन टी को कब और कितनी मात्रा में पीना चाहिए।

1) आमतौर पर इंसान सुबह उठते ही खाली पेट चाय तो पी लेता है लेकिन कभी भी ग्रीन टी को खाली पेट पीने की भूल मत करना।

2) ग्रीन टी तभी ज्यादा फायदेमंद होगी जब आप खाना खाने से ठीक एक या दो घण्टे पहले ग्रीन टी पियें। जैसे आप शाम के डिनर से दो घण्टे पहले इसे पी सकते हैं।

3) आप सब जानते ही होंगे कि ग्रीन टी का स्वाद अच्छा नहीं होता जिसके चलते कुछ लोग इसे टेस्टी (tasty) बनाने के लिए इसमें दूध या चीनी मिला देते हैं, लेकिन आप ऐसा न करें। यदि आप वास्तव में ग्रीन टी से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो कभी भी ग्रीन टी में इनमें से कुछ भी मिक्स न करें।

4) जैसा कि ऊपर हमने आपको बताया कि ग्रीन टी में कभी भी दूध या चीनी न मिलाए। लेकिन हमारे पास आपके लिए इसका विकल्प है। आप ग्रीन टी में थोड़ा सा शहद जरूर मिला सकते हैं जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

5) अक्सर कुछ लोग खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही घरवालों से पीने के लिए चाय बनवा लेते हैं। लेकिन ग्रीन टी के मामले में ऐसा बिल्कुल न करें। खाने के थोड़ी देर बाद कभी भी ग्रीन टी का सेवन न करें, यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए कभी भी आप यह गलती मत करना। यदि ऐसा करना भी है तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेना।

6) आप इस समय अगर यह आर्टिकल पड़ रहे हैं तो सकता है कि इसे पढ़ने के बाद आपका भी ग्रीन टी पीने का मन करें। तो एक बात हमेशा याद रखना कि ग्रीन टी का लाभ आपको एकदम से नहीं मिलेगा और कहीं आप सोच रहे हों कि मैं रोज 5-6 कप ग्रीन टी पियूँगा तो मुझे इससे ज्यादा फायदा होगा। लेकिन आपकी यह सोच बिल्कुल गलत होगी, बल्कि इससे आपके स्वास्थ्य पर नाकारात्मक प्रभाव ही पड़ेगा। इसलिए रोजाना केवल 2 या 3 छोटे कप ग्रीन टी पिये। इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

ग्रीन टीम बनाने की विधि (How to make Green Tea)

How to make Green tea in Hindi

अब तक हमने आपको ग्रीन टी के फायदे (Benefits of Tulsi Green Tea in Hindi) और इसे पीने का सही समय के बारे में बताया, पर अब इसे बनाने की विधि आपको बताएंगे। ग्रीन टी को दो तरीकों से बना सकते हैं, पहला खुली पत्तियों से और दूसरा टी बैग से। हम आपको दोनो ही तरीकों से ग्रीन टी को बनाना सिखाएंगे।

पत्ती वाली ग्रीन टी को बनाने की विधि

  • सबसे पहले आप आधे से एक चम्मच ग्रीन टी की पत्ती लें।
  • फिर आप एक कप पानी ले, अब आपको पानी को गैस में उबालना है।
  • जब पानी उबल जाए तो उसके बाद आप गैस बंद कर दें।
  • गैस बंद करने के तुरंत बाद आप उसने आधा या एक चम्मच ग्रीन टी की पत्ती डाल दें।
  • पत्ती डालने के बाद उसे 1 से 2 मिनट ढक कर रखें। याद रखना दो मिनट से एक भी सेकंड ज्यादा मत रखना वरना आपकी ग्रीन टी का स्वाद कड़वा हो जाएगा।
  • उसके बाद आप टी को छान कर एक कप में निकाल ले, और अपने स्वादानुसार उसमें शहद डाल दें।
    अब आपकी पत्ती वाली ग्रीन टी बनकर तैयार हो चुकी है।

टी बैग ग्रीन टी बनाने की विधि

  • सबसे पहले आप एक टी बैग लें और एक कप पानी।
  • अब पानी को गैस में उबालें और फिर गैस बंद कर दें।
  • फिर एक खाली कप लें और उसमें पहले केवल ग्रीन टी बैग डालें, पानी नहीं।
  • कप में टी बैग डालने के बाद आप उसमें उबला हुआ पानी डाल दें।
  • उसमें आप अपने अनुसार शहद डाल सकते हैं, उससे आपको फायदा ही होगा।
  • अब आपकी ग्रीन टी बन के तैयार हो चुकी है।

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ग्रीन टी के नुकसान (disadvantages of green tea)

Disadvantages of Green tea in Hindi

अब तक आपको यह तो पता चल ही गया होगा कि जब भी ग्रीन टी का नाम सामने आता है तो केवल हमें इतना ही मालूम होता है कि इसे पीने से सेहत के लिए अनेकों फायदे हैं। लेकिन अब हम आपको इसके कुछ नुकसान भी बताने जा रहे हैं।

ग्रीन टी में टैनिन होता है

ग्रीन टी में टैनिन की मात्रा भी होती है जिसके कारण यह आपके पेट में एसिड को बड़ा सकता है। इसलिए हमने आपको ऊपर ही कहा था कि ग्रीन टी को कभी भी खाली पेट नहीं पीना चाहिए। आप खाने के एक दो घंटे बाद ग्रीन टी पी सकते हैं। यदि आप खाली पेट पीते हैं तो आपको पेट दर्द या कब्ज़ जैसी समस्याएं भी हो सकती है।

आयरन की कमी

यह सुनने में आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है। यदि आप ग्रीन टी का सेवन काफी अधिक करेंगे तो इसमें मौजूद टैनिन शरीर में आयरन के बनने में रुकावट डालता है। साल 2001 में एक स्टडी के मुताबिक, यह बताया गया था कि ग्रीन टी पीने से शरीर में आयरन 25% कम उत्पन्न होता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक

यदि आप गर्भवती है या फिर अपने बच्चों को दूध पिलाती हैं तो हो सके तो ग्रीन टी न ही पियें। यदि आप ग्रीन टी पीते भी हो तो एक दिन में 2 कप से ज्यादा न पियें। ग्रीन टी में कैफीन, टैनिन एसिड और कैटेचिन अधिक मात्रा में होता है जो गर्भवती महिलाओं के लिए काफी नुकसानदायक होता है। इसके अत्यधिक सेवन से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात की समस्या बढ़ सकती है।

गुर्दे में पत्थरी की समस्या

जैसा कि अब तक हमने आपको बताया ही है कि ग्रीन टी का सेवन केवल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए वरना आपको इसके फायदे के बजाय इसके नुकसानों का सामना करना पड़ेगा। ग्रीन टी में फॉस्फेट, कैल्शियम, अमिनो एसिड और यूरिक एसिड भी पाया जाता है जिन्हें पत्थरी का मुख्य कारण माना जाता है।

अन्य नुकसान

यदि आप किसी भी प्रकार की दवाइयां ले रहे हैं तो हमारी आपसे यह विनती होगी कि आप बिना डॉक्टर की सलाह के ग्रीन टी का सेवन बिल्कुल भी ना करें। इससे आप दस्त, दिल की धड़कन का अस्थिर होना और काफी तनाव जैसी आदि बीमारियों का शिकार बन सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

इस आर्टिकल में हमने आपको ग्रीन टी के बारे में जितना हो सका उतना बताने की कोशिश की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह पढ़कर काफी कुछ सीखने को मिला होगा। आज आपने सीखा कि ग्रीन टी पीने के क्या क्या फायदे हैं (Green Tea Benefits Hindi) और क्या क्या नुकसान हैं। हमने यह बताने की पूरी कोशिश की है कि आप ग्रीन टी को कैसे बनाएं। एक बात हम आपको बता दें, ग्रीन टी भले ही स्वास्थ्य के लिए कितनी भी अच्छी क्यों न हो लेकिन यह किसी भी बीमारी का पर्याप्त उपाय नहीं है। इसलिए हम आपसे आशा करते हैं कि इसे पीने से पहले आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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