
ई-केवाईसी नहीं कराने के कारण हल्द्वानी के 25,402 राशन कार्डधारकों के परिवारों को राशन की आपूर्ति पर संकट का सामना करना पड़ सकता है। यदि 25 हजार राशन कार्डधारक जल्द ही ई-केवाईसी नहीं कराते हैं, तो उनके राशन कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे और उन्हें सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला निशुल्क और सब्सिडी वाला राशन भी नहीं मिलेगा। वहीं अब जिले में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी गई है, जिसमें 2 लाख 46 हजार 662 राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी करानी होगी।
बताते चले कि जिले में लगभग 10 लाख यूनिट राशन वितरण होता है, जिसमें से अब तक 2 लाख 21 हजार 260 राशन कार्ड धारकों ने ई-केवाईसी पूरी कर ली है, जो कि राशन कार्ड को अद्यतन करने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा अंत्योदय (लाल) और प्राथमिक परिवार (सफेद) के लाभार्थियों को निशुल्क राशन प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके। राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, राज्य खाद्य योजना (सफेद) के लाभार्थियों को सस्ती दरों पर राशन दुकानों से राशन प्रदान किया जाता है। ई-केवाईसी नहीं कराने पर इन उपभोक्ताओं के राशन कार्ड निरस्त हो जाएंगे और उन्हें सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला राशन नहीं मिलेगा।
ई-केवाईसी नहीं कराने वाले राशन कार्डधारकों को कई बार अंतिम मौका देने के बावजूद भी उन्होंने ई-केवाईसी नहीं कराई है, यह बात क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी विजय जोशी ने बताई।वहीं अब उपभोक्ताओं को एक बार फिर 31 मार्च तक का समय दिया जा रहा है, जिससे वे अपनी ई-केवाईसी पूरी कर सकें। बता दे कि राशन कार्ड की ई-केवाईसी के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, राशन कार्ड नंबर और पंजीकृत मोबाइल नंबर शामिल हैं, जिन्हें आप अपने निकटतम सस्ता गल्ला दुकान में जाकर जमा कर सकते हैं।
जैसा कि खाद्य विभाग द्वारा निर्देशित किया गया है कि प्ले स्टोर से माई राशन 2.0 एप डाउनलोड करके आप अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं, एप में पंजीकरण करने के लिए, सबसे पहले आपको एप में मांगी गई जानकारी भरनी होगी, फिर लॉगिन करना होगा। इसके बाद, आपको फिर से जानकारी भरनी होगी और आधार नंबर डालकर वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा करना होगा।