बहन की डोली उठानी थी दोनो भाइयों ने.. लेकिन डोली से पहले घर से उठी दोनों भाइयों की अर्थी..जिसने भी सुना आंसू नहीं रोक पाया..

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Both brothers had to pick up the sister's doli .. but the two brothers got up from the house before the doli .. who also heard could not stop the tears
फोटो: भास्कर डॉट काम

बहन को विदा करने का अरमान रखने वाले भाइयों की जब आकस्मिक मृत्यु हो जाए तो उस घर में सभी की क्या हालत होगी। जहां शादी की चहल पहल सुनाई देनी थी वहां एक दम सन्नाटा केसा महसूस होता है। ऐसी ही कुछ घटना गोडियापट्टी से आ रही है। यहां दोनो भाई अपनी बहन की शादी में शामिल होने आए थे।शादी 28 अप्रैल को थी।इसी दौरान गोलू के चाचा के बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।घरवालों ने फैसला किया कि शादी मामा के यहां चखनी से की जाएगी।

इसके लिए गोलू और रोहित समेत सभी परिजन शादी में शामिल होने गए थे।शादी भी सही ढंग से निपट हो गई थी।लेकिन तभी 30 अप्रैल को ऐसी घटना हुई जिससे सबके पैरों तले जमीन खिसक गई। गोलू,रोहित और उसके मामा का बेटा सुशील 30 अप्रैल को बसुखरी के दौरान नदी में नहाने गए।इसी दौरान तीनों की मृत्यु हो गई।

गोलू और रोहित के पिता की काफी दिनों से तबियत खराब चल ही रही थी। ये लोग दो भाई और एक बहन थे।पिता की तबियत खराब के चलते सारा काम दोनो भाइयों के सर पर था।वे दोनो ठेले पर बर्फ बेचकर अपने परिवार को चलाते और साथ साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी करते थे।इसी साल दोनो ने बाबा भूतनाथ महाविद्यालय में इंटर में दाखिला लिया था।सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।उनके परिवार से लेकर पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।बहन की डोली को कंधा देने वाले दोनो भाइयों को एक साथ एक ही समय पर कंधा देकर स्मशान ले जाना पड़ेगा ये किसी ने नहीं सोचा था। लोगों का कहना है कि ऐसे समय में सरकार को परिवार की आर्थिक सहायता करनी चाहिए।

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