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केदार घाटी में चिनूक जैसे विशाल हेलिकॉप्टर को उतारने के लिये जल्द ही फैसला लिया जाएगा जी हां दोस्तों तैयार है केदार घाटी चिनूक के स्वागत के लिए। बीते कुछ समय से केदारनाथ में पुनर्निर्माण का कार्य जोरों शोरों से चल रहा था और साथ ही इसमें हेलीपैड का विस्तार भी किया गया। और अब इस हेलीपैड में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर्स को उतारा जाएगा। क्योंकि भारतीय चीन सीमा पर किस तरह की गम्भीर कंडीशन बनी हुई इसीलिए अगर चीन कोई भी चाल चलता है। तो उसको जवाब देने के लिए केदारघाटी में हेलीपैड का विस्तार किया गया था क्योंकि उत्तराखंड से चीन का बहुत बड़ा हिस्सा लगता है।यह भी पड़े: लद्दाख पर तैनाती हुई तो भारतीय सेना के खौफ से जाते हुए रोने लगे चीनी सैनिक, देखे वीडियो
ऐसी स्तिथि में हमारी वायु सेना हर तरह से तैयार रहना चाहती है। मई जून से लगातार तनाव में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन कमी नहीं आ रही अनेकों बैठकों के बावजूद भी सीमा पर तनाव जारी है।इसी दौर में यहां चिनूक जैसे विशाल हेलिकोप्टर को उतारने के लिए मंजूरी दी गयी है। जिससे यहां तक भारी भरकम समान आसानी से और ज्यादा मात्रा में उतारा जाएगा।यह भी पड़े: Garhwal Rifles: देश सेवा की कसम खाकर भारतीय सेना में शामिल हुए 176 जवान
केदारनाथ धाम में हैलीपैड डीडीएमए के द्वारा तैयार किया गया है। बताया जा रहा है जल्द ही भारतीय वायुसेना इस हैलीपैड का निरीक्षण करेगी। और इसके बाद अगर निरीक्षण में यह पास हो जाता है तब यहां चिनूक जैसा हैलीकॉप्टर उड़ान भरेगा। जी हां बता दें कि आजकल केदारनाथ में पुननर्निर्माण का कार्य जोरों शोरों से चल रहा हैं। और इसी चिनूक की सहायता से यहां भारी भरकम आवश्यक सामग्री भी लायी जाएगा जिसके बाद यहां निर्माण कार्य में तेज़ी आएगी और निर्माण कार्य निर्धारित अवधि तक पूरा हो पाएगा।
लगभग हर मौसम और दिन रात उड़ान भरने में सक्षम चिनूक अपने साथ लगभग 11 टन सामग्री को ले जाने के लिये परिपूर्ण है। और चिनूक द्वारा दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में भी सामग्री पहुंचाई जा सकती है। चिनूक के लिए 100 मीटर लम्बा व 50 मीटर चौड़ा प्लेटफॉर्म बनाया गया है। औऱ अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में इस हेलीपैड को फाइनल लुक दिया जाएगा। जिसके बाद यहां आसानी से चिनूक की सफल लैंडिंग का प्रस्ताव रखा है।