दोस्तों उत्तराखंड से अधिकतर युवा भारतीय सेना भर्ती होने के दिलचस्पी दिखाते हैं। हो भी क्यों न कई लड़के अपने जुनून पहचान के लिए सेना में भर्ती होना चाहते हैं। और कुछ लोग उत्तराखंड में रोजगार के अधिक ऑप्शन न हो पाने के कारण अपनी पारिवारिक स्थिति को सुधारने के लिए फौज में भर्ती होना चाहते हैं लेकिन भारतीय सेना में भर्ती होना इतनी कठिन बात तो नहीं है लेकिन हज़ारों की तादाद में आये गिने चुने प्रतिभावान युवाओं को ही सेना में एंट्री दी जाती है। ज्यादातर युवा भरपूर कोशिश करने के बाद भी सेना का हिस्सा नहीं बन पाते इसी उन्हें भर्ती होने के विषय में सही जानकारी प्राप्त नहीं होती जिस कारण वे एक दो वारी बाहर भी हो जाते हैं लेकिन दोस्तों इन्हीं युवाओं की इसी समस्या से निजात पाने के लिए एक शख्श जो सेना के रिटायर हो जाने के बावजूद भी देश की सेवा में अहम योगदान दे रहा है दोस्तों ये आदमी कोई और नहीं बल्कि भारतीय सेना के लिये हज़ारों की संख्या में जवान देने वाले यूथ फाउंडेशन को गठित करने वाले अजय कोठियाल जी हैं।
कौन हैं अजय कोठियाल
अजय कोठियाल जी भारतीय सेना का हिस्सा रह चुके हैं। औऱ आज भी देश की सेवा में अहम योगदान देकर भरपूर देश सेवा कर रहें हैं। बता दें कि अजय कोठियाल को एक जाबांज ऑफिसर माना जाता है। जिनको अपने कीर्ति मानों के चलते काफ़ी बार सम्मानित भी किया जा चुका है।कभी सेवा मेडलों से कभी कीर्ति चक्र से तो कभी सौर्य चक्र से। दोस्तो पहाड़ो के युवाओं की प्रतिभा को तराशने उनको फौज में जाने से ही पहले फौजी बना देना यह खासियत है युथ फाउंडेशन की । अभी तक युथ फाउंडेशन हज़ारों की तादाद में भारतीय सेना को जवान दे भी चुका हैं और आगे भी देता रहेगा। आगे पढिये
यूथ फाउंडेशन: लगभग हर एक युवा के अंदर फौजी बनने का जुनून होता है। लेकिन उसको सही दिशा और युवा को फौज में जाने से पहले फौजी बना देने के उद्देश्य से युथ फाउंडेशन का गठन हुआ था|यह भी पढ़े:Garhwal Rifles: देश रक्षा की कसम खाकर 192 जवान भारतीय थल सेना में हुए शामिल
यूथ फाउंडेशन:– लगभग हर एक युवा के अंदर फौजी बनने का जुनून होता है। लेकिन उसको सही दिशा और युवा को फौज में जाने से पहले फौजी बना देने के उद्देश्य से युथ फाउंडेशन का गठन हुआ था। युवाओं को फौज के लिए तैयार करने वाला यह फाउंडेशन अब तक हज़ारों नोजवानों की तकदीर बदल चुका है। बता दें कि हाल ही में युथ फाउंडेशन के 180 जवान गढ़वाल राइफल्स से जुड़ गए।27 जून और 4 जुलाई को 180 जवानों की कसम परेड हुई जिसके बाद यह 180 नोजवान भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा के लिए पास हुए।
उत्तराखण्ड के गढ़वाल में चल रही पासिंग आउट परेड में कोर्स 91 औऱ कोर्स 92 में कुल 400 नौजवान पास हुए। जिसमें 180 जवान ऐसे थे जो युथ फाउंडेशन से ताल्लुख रखते थे इन नौजवानों ने 9 महीने युथ फाउंडेशन में कड़ी ट्रेनिंग की थी। ये जवान अलग अलग यूनिट का हिस्सा बने जिसमें 2 जवान कुमाऊं के थे जो पैरा कमांडो बने। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते कसम परेड में परिवार जवानों के परिवार वाले शामिल नहीं हुए लेकिन वीडियो कॉल के जरिये उन्होंने अपने वीर रणबांकुरों को न केवल आशीर्वाद दिया बल्कि युथ फाउंडेशन का धन्यवाद भी किया। हमें आशा हैं यूथ फाउंडेशन आगे भी इसी तरह भारतीय सेना की मदद करता रहेगा ।