देवभूमि उत्तराखंड:- उत्तराखंड के नौजवानों में भारतीय आर्मी में शामिल होना कोई नई बात नहीं है। उत्तराखंड के 60% घरों में से कोई न कोई परिवार वाला देश पर या तो कुर्बान हो गया या अपनी सेवा दे रहा है। दोस्तों उत्तराखंड से हज़ारों पहाड़ी नौजवान सेना का हिस्सा बनने के लिये टेस्ट देते हैं लेकिन कुछ चुनिंदा जवान ही भारतीय सेना में भर्ती हो पाते हैं। दोस्तों शायद ही उत्तराखंड के इन नौजवानों से ज्यादा कहीं अन्य जगहों के जवानों में सेना में भर्ती होने के लिये यह जज़्बा हो ।
देश की शान बढ़ाने के लिए उत्तराखंड से 192 जवान थल सेना में जुड़े हैं।वह बहुत ही गौरवशाली समय होगा जब भारत के तिरगे को साक्षी मानकर गीता में हाथ रखकर इन जवानों की शपथ ग्रहण हुई। नए भारत का विजन लिए इन जवानों की आंखों में लालिमा के साथ शरीर में जोश था भारत माँ की रक्षा करने के लिए। शनिवार को भावनिदत्त परेड ग्राउंड में कोर92 के 192 जवांनो के लिए कसम परेड का आयोजन किया गया। जहां देवभूमि के इन वीर सपूतों ने कसम लेकर थल सेना में प्रवेश किया। इतना ही नहीं समीक्षा अधिकारी कर्नल क्रुणाल सिन्हा ने इस भव्य परेड के आयोजन का जायजा लिया और सलामी दी ओर जवानों के सामने से बेहतरीन ड्रिल को दिखाया। समीक्षा अधिकारी ने जवानों का हौसला अबजायीं किया और उनको इंस्पायर किया।
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प्रशिक्षित जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज तिरेंगे को साक्षी मानकर, गीता पर हाथ रखकर देश की निश्वार्थ भाव से रक्षा करने की कसम खाई। इस कसम परेड कोर 92 में सबसे बेहतरीन प्रस्तुति के लिए राइफल मैन साहिल सजवाण को गोल्ड मैडल,राइफल मैन अंकित सिंह को सिल्वर मैडल दिया गया वहीं राइफल मैन खजान सिंह को ब्रॉन्ज मैडल दिया गया। इतना ही नहीं इसके साथ साथ हवलदार राकेश नेगी को बेहतरीन प्रशिक्षक, तथा सूबेदार विनोद सिंह को बेहतरीन प्लाटून कमांडर से पुरुष्कृत किया गया।दैनिक सर्किल इन सभी जवांनो को बधाई देता है और आशा करता है भविष्य में उत्तराखंड के ये वीर नौजवान देश की सेवा में ततपर रहें और अन्य नौजवान भी इनसे कुछ न कुछ सीख कर इन जवानों का अनुसरण करें ।