दोस्तों कल हमने आपको गोरखा राइफल्स के जवान देव बहादुर सिंह की सहादत की ख़बर दी थी बता दें कि देव बहादुर सिंह उर्फ करन का पार्थिव शरीर आज या मंगलवार की सुबह घर लाया जाएगा। देवबहादुर के घर में अगर इस समय कुछ पसरा है तो वह है घन घोर दुःख हो भी क्यों न दोस्तों आप या हम लोगों के लिए किसी जवान की सहादत एक मामूली सी खबर हो सकती है लेकिन जिसके घर का चिराग बुझता है उस परिवार को दुःख के शिवा औऱ कुछ नज़र नहीं आता उसके लिए यह बहुत बड़ी घटना होती है दोस्तों जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता
बता दें कि देव बहादुर के भाई लोगों ने देव के शहीद होने पर गर्व महसूस करने की बात कही लेकिन दोस्तों भले ही वह हम लोगों के लिये गर्व की बात हो लेकिन अपने शहीद भाई के लिये अंदर से कितनी बड़ी लहर देव के भाई सहन कर रहे होंगे यह तो वही जानते हैं। बता दें कि देव के बड़े भाई भी फौज में है। इसके अलावा क्षेत्र के लोगों ने किच्छा में स्तिथ एक स्टेडियम को देव का नाम देने की मांग उत्तराखंड सरकार से की है। गज़ब मिज़ाज वाले, जुनून से परिपूर्ण थे देव ऐसा उनके भाइयों का कहना है। उनके भाइयों ने बताया कि जब देव घर छुट्टी में आते तो कहते मुझे अपने तथा अपने देश के लिए कुछ करना है। वह अपने देश के लिए कुछ न कुछ अलग करने के लिए ततपर रहते थे।
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देव के बड़े भाई किशन बहादुर औऱ छोटे भाई अनुज का कहना है कि देव ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है। और हमारा सीना गर्व से चौड़ा किया है।बता दें कि वह काफी अच्छे कबड्डी प्लेयर थे। स्कूल टाइम के दौरान वह स्टेट लेवल तक कबड्डी खेल में पार्टिसिपेट भी कर चुके थे और सेना में भी कबड्डी में छाप छोड़कर उन्होंने काफ़ी पुरुस्कार जीते थे। अब यह भी बताया जा रहा है कि उनके भाई अनुज भी सेना में भर्ती होने के लिए कड़ी मसक्कत कर रहें है।देव जैसे जुझारू जवान के लिए दैनिक सर्किल की टीम का सलाम। जय हिंद जय भारत।