- अब तक दुनिया में 31 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मामले और 2 लाख 10 हज़ार से ज्यादा मौतें हुई है
- इसके चलते सभी देश चीन पर कोरोना से होने वाले नुकसान का हर्जाना देने पर दबाव डाल रहे हैं
- चीन यदि हर्जाना भरने से इनकार करता है तो उस पर कड़े आर्थिके प्रतिबंध लगाये जा सकते हैं
चीन ने कोरोना को लेकर अब तक दुनिया चीन से से स ही बोला है और ये झूठ दुनिया को इतना महँगा पड़ा कि अब दुनिया चीन से कोरोना से हुए नुकसान का हर्जाना वसूलने की तैयारी कर रही है, सारी दुनिया को हिला कर रख देने वाले कोरोना से अब तक दुनिया में 2 लाख 10 हज़ार से ज्यादा मौतें हो चुकी है जबकि 31 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और मौतों का ये आंकड़ा कहाँ पर जाके खत्म होगा अभी ये संभव नहीं। कोरोना वायरस से दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को इतना ज्यादा नुकसान हुआ है कि 1930 वाली मंदी के लौटने की आशंका भी जाहिर की जा चुकी है और ये सब हो रहा है सिर्फ चीन की वजह से।
चीन जो कर सकता था वो उसने नहीं किया लेकिन अब दुनिया वो करने जा रही है जिससे चीन के किये की भरपाई की जा सके और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसका ऐलान भी कर दिया है, फिलहाल जर्मनी ने चीन से हुए नुकसान की रकम बता दी है और वहीं अमेरिका कोरोना से हुए नुकसान का आंकलन कर रहा है क्योंकि कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को ही हुआ है तो वहीं राष्ट्रपति ट्रम्प ने कह दिया है कि चीन से अमेरिका जर्मनी से भी ज्यादा हर्जाना वसूल करेगा। चीन पर अब दुनिया के सभी बड़े देश हर्जाना भरने का दबाव बढ़ाते जा रहे हैं, अब यदि चीन को इन तमाम बड़े देशों के नुकसान का हर्जाना भरना पड़ा तो चीन का बहुत बुरा हाल हो जाएगा वहीं अगर ताकत के नशे में चूर चीन ऐसा करने से इनकार करता है तो सभी बड़े देश इकठ्ठा होकर चालबाज चीन को सबक सिखाने के लिए कड़े प्रतिबंध लगा सकते हैं जिससे उसकी हालत खस्ता हो जाएगी..