आज विश्व मे अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित देश बन चुका है जिसकी गंभीरता को लेकर अमेरिका के सर्जन जनरल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “ये हमारा पर्ल हार्बर होगा, ये 9/11 जैसा होगा बस फर्क इतना होगा कि ये स्थानीय नही होगा”
7 दिसंबर 1941, सुबह के आठ बजे जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर मिलिट्री बेस पर हमला किया था। यह हमला इतना घातक था कि जापान ने अमेरिका के 20 जहाज और 300 हवाई जवाज़ को पूरी तरह नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया था जिसमे अमेरिका के 2400 से अधिक सैनिक की मौत और 1000 से ज्यादा सैनिक घायल हुए थे।जापान ने यह हमला इसलिए किया ताकि वो अपने ऊपर अमेरिका द्वारा आर्थिक प्रतिबंधियो को हटाने के लिए उस पर दबाव डाल सके, इस हमले के बाद अमेरिका प्रत्यक्ष रूप से दूसरे विश्वयुद्ध में शामिल हो गया और जवाब में अमेरिका ने 1945 को जापान के दो बड़े शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए जिसने जापान की कमर तोड़ कर रख दी और उसने मित्र राष्ट्रों के समक्ष समर्पण कर दिया था।
इसलिए दूसरे विश्वयुद्ध के बाद कोरोना अमेरिका के लिए सबसे बड़ा संकट बना हुआ है क्योंकि अमेरिका में अब तक कुल 3,35,815 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके है जिसमे से 1,23,018 लोग केवल न्यूयॉर्क सिटी से ही है।अब तक कोरोना ने अमेरिका के 9,620 से अधिक लोगो की जान ले ली है जबकि 4,160 लोग तो अकेले न्यूयॉर्क सिटी से ही है।