- FBI और साइबर सुरक्षा के विशेषग्यो ने चीन पर कोविड-19 के अनुसंधान को चोरी करने का आरोप लगाया
- चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन सभी आरोपो को खारिज किया
- इससे पहले भी ब्रिटेन और अमेरिका के कई संस्थानों पर साइबर अटैक की खबरें सामने आई है
पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है और इसकी वैक्सीन बनाने पर भी लगातार काम किया जा रहा है। इस बीच कोरोना वैक्सीन की रिसर्च को चुराने के लिए साइबर अटैक की खबरें लगातार सामने आ रही है ताकि इसके जरिये कोरोना वायरस की वैक्सीन से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सके। अमेरिका की जांच एजेंसी FBI और साइबर सुरक्षा के विशेषग्यो ने चीन के हैकर्स पर रिसर्च चोरी करने का आरोप लगाया है। अमेरिका की साइबर सुरक्षा के विशेषग्यो का मानना है कि चीन के हैकर्स दुनिया के तमाम देशों से कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने से सम्बंधित शौध को चुराने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका का दावा है कि ये हैकर्स चीनी सरकार के लिए काम करते हैं, इससे पहले भी ब्रिटिश और अमेरिकी संस्थानों पर साइबर हमले की खबरें आ चुकी है। कोरोना वैक्सीन की रिसर्च पर चीन द्वारा साइबर अटैक के आरोपो पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि
” हम COVID-19 उपचार और वैक्सीन अनुसंधान में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। बिना किसी सबूत के अभाव में अफवाहों और अपशब्दों के साथ चीन को निशाना बनाना अनैतिक है।”