लगभग आधी से ज्यादा दुनिया पिछले कुछ हफ़्तों से लॉकडाउन है, दुनिया की आधी से ज्यादा जनसंख्या इस वक़्त अपने घरों में ही बंद है, भारत भी 24 मार्च 2020 से लॉकडाउन है जिसके चलते पर्यावरण ने इसका सम्पूर्ण लाभ उठाया है जैसे भारत के मेट्रोपोलिटन सिटीज दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, कलकत्ता जैसे शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी कम पाया गया है|
Lockdown से पर्यावरण को लाभ कुछ इस प्रकार मिल रहा है
1- इंसानो के निजी स्वार्थ के कारण ओजोन लेयर में धीरे धीरे छेद हो रहा था परंतु लॉकडाउन के चलते ओजोन लेयर ने अपना पुनः निर्माण करना शुरू कर दिया है, ओजोन लेयर सूर्य की ultravoilet rays को सोखकर उन्हें पृथ्वी के वातावरण में आने से बचाता है और इंसानो में स्किन कैंसर के खतरे को नष्ट करता है|
2- अंतराष्ट्रीय मानको के हिसाब से इस वक़्त भारत और विश्व के कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 के आस पास है जो कि सांस लेने लायक शुद्ध हवा मानी जाती है। हवा कितनी शुद्ध हो गयी है हम इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगा सकते है कि लगभग 220 किलोमीटर दूर हिमालय के पर्वत पंजाब के जालंधर शहर से दिखाई देने लगे हैं।
3- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से भारत मे सभी फैक्टरियां बन्द है और उनका दूषित पानी अब पवित्र गंगा नदी में नही मिल रहा है जिसके चलते गंगा का पानी नहाने और मत्स्य पालन के लायक पाई गई है।