कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगो को खासकर नाक और मुंह को ढँकने की सलाह दी जा रही है ताकि कोरोना का संक्रमण शरीर के अंदर न पहुँच सके, वहीं कोरोना से बचने के लिए हर कोई फेस मास्क का इस्तेमाल कर रहा है, कोई मेडिकेटिड मास्क का प्रयोग कर रहा है तो किसी ने L95 मास्क के जरिये खुद को कोरोना से बचने की कोशिश की है तो वहीं कोई कपड़े से बने मास्क पहनकर कोरोना से अपनी सुरक्षा कर रहा है
लेकिन एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि कोरोना से बचाव के लिए बना हुआ मास्क ही कोरोना का अड्डा हो सकता है, स्वास्थ्य क्षेत्र की जानी मानी एक मैगज़ीन में छपी “द हांगकांग यूनिवर्सिटी” के मुताबिक लोग कोरोना से बचने के लिए जिस फेस मास्क का इस्तेमाल कर रहे है उस फेस मास्क में भी कोरोना वायरस जिंदा रह सकता है जिसमे रिसर्च ने दावा किया है कि फेस मास्क पर कोरोना एक या दो दिन नहीं बल्कि पूरे 7 दिन तक जिंदा रह सकता है हालांकि इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) का मानना है कि फेस मास्क पर वायरस का असर 3 दिन तक रह सकता है
मतलब देश हो या विदेश हर जगह की रिसर्च बता रही है कि फेस मास्क पर कोरोना कई दिनों तक जिंदा रह सकता है इसलिए इससे बचने के लिए हांगकांग यूनिवर्सिटी ने दावा किया है कि कोरोना वायरस घर मे इस्तेमाल होने वाले किसी भी साबुन से खत्म हो सकता है परंतु उसके लिए हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए हाथ धोना आवश्यक है।