कानपुर हत्याकांड आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को उसने उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर पर्ची कटवाई थी। मंदिर के सिक्योरटी गार्ड ने विकास दुबे को पहचान लिया था। उसके बाद गार्ड ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना देने पर पुलिस तुरंत हरकत में आई और मौके पर वहां पहुंच कर विकास को धर दबोचा।
हालांकि शुरुआत में वह अपने आप को विकास दुबे कहलाये जाने पर इनकार कर रहा था। लेकिन पुलिस ने आखिरकार उससे उगलवा ही लिया कि वह विकास दुबे ही है। एक तस्वीर में विकास दुबे को मंदिर के सोफे में बैठा भी देखा गया था। और आखिर अब उसे गिरफ्तार कर दिया गया है। आपको बता दें, कानपुर कात्याकांड के बाद से ही दुबे को 10 राज्य की पुलिस ढूंड रही थी।
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020
मध्य प्रदेश के ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि ” इंटेलिजेंस को विकास के उज्जैन आने की खबर मिली थी। तब से मध्यप्रदेश पुलिस हाई अलर्ट पर थी। इसके बाद उसे महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तार पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है।”
विकास की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “उज्जैन पुलिस को विकास दुबे की गिरफ्तारी पर बहुत बहुत बधाई। जिन्हें लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से अगर पाप धुल जाएंगे। तो उन्होंने महाकाल को कभी ठीक ढंग से जाना ही नहीं है।”
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विकास की गिरफ्तारी के साथ साथ आज सुबह विकास के दो साथी प्रभात मिश्रा और बउअन को पुलिस ने आज एक एनकाउंटर में मार गिराया। बताया जा रहा है कि यह दोनों अपराधी कानपुर हत्याकांड में शामिल थे। यह दोनों विकास के बहुत करीबी भी थे। दरअसल प्रभात को फरीदाबाद से गिरफ्तार के लिया गया था और उसे अब पुलिस की रिमांड में लाया जा रहा था। लेकिन उसने पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके चलते वह मारा गया। वहीं विकास का दूसरा साथी बउअन इटावा के सिविल लाइन क्षेत्र में मारा गया। बउअन पर 50 हज़ार का इनाम भी था। दरअसल वह अपने 3 साथियों के साथ भागने की कोशिश कर रहा था और इसी चक्कर में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सिविल लाइन से एक गाड़ी भी चोरी करने की कोशिश की। लेकिन एनकाउंटर के दौरान उनमें से एक को गोली लग गयी। और अपराधी की पहचान बउअन के रूप में ही हुई।