दोस्तों उत्तराखंड के भिन्न भिन्न जिलों से लोगों में तेंदुवे के कारण फैली दहशत के विषय में खबरें आ रही है। तेंदुओं की तादाद उत्तराखंड में बढ़ती जा रही है। तेंदुओं द्वारा उत्तराखंड में कोहराम मचाया हुआ है। तेंदुए लोगों पर हमला करने में भी नहीं कतरा रहे। इतना ही नहीं कई जगहों पर तेंदुओं को आदमखोर घोषित कर दिया गया है। तो कई जगहों पर तेदुओं को पकड़ने के लिए पिंजड़े लगाए गए हैं। वन विभाग की टीम तब ही इन तेंदुओं को पकड़ने का काम करती है जब कोई घटना घट जाती है। पहाड़ों पर जंगली जानवरों के खौफ को काबू न कर पाने के कारण वन विभाग पर तरह तरह पर सवाल उठाए जा रहें है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की परेशानियों पर वन विभाग अपना कार्य सही तरह से नहीं कर पा रहा है। फारेस्ट डिपार्टमेंट तब अपना काम करने के लिये सामने आता है जब जंगली जानवर किसी को अपना निवाला नहीं बना लेते। अब ऐसे में गाँव के लोगों के पास डर के शिवा जीने का अन्य रास्ता नहीं है। लोग एक पल के लिए जंगलों के रास्ते नहीं जा सकते अकेले में नहीं घूम सकते रात को बाहर नहीं निकल सकते। फिर बात पलायन तक पहुंच जाती है और उत्तराखंड की सरकार की जमकर आलोचना की जाती है।
खैर आज हम आपको तेंदुए से जुड़ी एक खबर पौड़ी गढ़वाल की बताएंगे जहां वन विभाग की लापरवाही को जमकर ऑब्ज़र्वर किया जा सकता है। गाँव वालों ने यहां वन विभाग की टीम को सूचना दी लेकिन वन विभाग की टीम द्वारा उचित कार्यवाही सही समय पर
नहीं कि गयी। और लोगों को डर था कि तेंदुआ किसी को निवाला बनाएगा या निवाला बनाने की कोशिश करेगा। और लोगों की यह कल्पना सही साबित हुई दरहशल गुलदार ने पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा ब्लॉक मैं शुक्रवार की रात एक सोलह साल की लड़की पर जानलेवा हमला किया। जिसके बाद गाँव वालों की रूह कांप गयी।
जिला पौड़ी गढ़वाल जगह पोखड़ा ब्लॉक औऱ गांव घड़ियाल मल्ला दरहशल इस गाँव में तेंदुए की दहसत है, गाँव के लोग ऐसी डर भरी जिंदगी जीने पर मजबूर हैं। बात शुक्रवार की रात की है जब तेंदुए द्वारा एक 16 वर्षीय लड़की पर जानलेवा हमला किया गया। शुक्र हो कि वहां लोग मौजूद थे जिन्होंने इस बच्ची को बचा लिया वरना यह एक बड़ी घटना के रूप में देखने को बन जाती।बता दें कि बालिका अन्य लोगों के साथ रात को आंगन में बैठी थी। तभी वहां घात लगाए गुलदार ने बालिका पर हमला कर दिया।
यह भी पढ़े:यह भी पढ़े:अब उत्तराखंड में भी टिड्डी डल का हमला,सभी किसानों में देहशत का माहौल,पड़े पूरी खबर…..
इसके बाद लोगों के शोर मचाने पर गुलदार ने बच्ची को छोड़ दिया और जंगल की ओर चला गया और फिर वहां सब लोग हैरान हो गए। लोगों द्वारा बिना कुछ सोचे समझे बच्ची को अस्पताल ले जाया गया और फिर अब बच्ची घर आ गयी है। लेकिन आज बच्ची पर हमला हुआ है कल किसी और पर हो सकता है लेकिन वन विभाग को इसमें कोई एक्शन नहीं ले रहा है। जबकि लोगों ने वन विभाग को हमला होने से पहले ही सूचित कर दिया था।लेकिन वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए न तो कोई पिंजड़ा लगया न ही कोई जाल बिछाया। इस पर शख्त कार्यवाही होनी चाहिये।
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो कृप्या हमें नीचे दिए गए लिंक के जरिये गूगल ऐप पर भी फॉलो करके हमारा हौसला बढ़ाये…. Dainik circle news par