कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में छात्र-छात्राओं की बड़ी पहल। उन्होंने नीम के दातुन को इस्तमाल करने को बढ़ावा दिया हैं। बताया जा रहा हैं कि विद्यार्थी इस मुहिम के तहत टूथपेस्ट के इस्तेमाल पर रोक लगा कर, नीम के इस्तेमाल को बढ़ा रहे हैं। विद्यार्थियों का मानना हैं कि नीम के इस्तेमाल से मुंह से संबंधित बीमारी, हानिकारक बैक्टेरिया और खून की सफाई तथा इम्यूनिटी को बढ़ाया जा सकता है।
इसी मुहिम के तहत विद्यार्थियों ने नीम के दातुनो को ज़िले में लोगों के घर-घर जाकर मुफ्त में बाटा। लोकडॉउन के चलते लोगों को जनरल समान भी सही तरीके से नहीं मिल पा रहा था। जिसके चलते लोगों ने पुरानी वस्तुओं पर वापस ध्यान लगाना शुरू कर दिया है।
विशेषज्ञों की मानें तो नीम इम्युनिटी बूस्टर का काम करती हैं। जो कि लोगों के लिए कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने में मददग़ार रहेगी। सुनने में आ रहा हैं कि छात्रों ने नीम का इस्तेमाल पहले आपस में किया। इसके बाद छात्रों ने वनस्पति विभाग और चिकित्सा संबंधित लोगों से बातचीत करी। इन सभी का यहीं मानना था कि नीम का रस, जड़ें, छाल, टहनिया, पत्ते और निबोली सब बेहद मददगार है। नीम इतना कारगर साबित हो रहा है कि अमेरिका जैसे देश में भी नीम की काफी मांग हैं।
छात्रों की इस मुहिम ने लोगों में जागरूकता बड़ाई जिसके अंतर्गत एक ही महीने में काफी सकारात्मक परिणाम भी आने शुरू हो गये। और बड़ी संख्या में लोगों ने टूथपेस्ट को इस्तेमाल करना छोड़ दिया हैं और इसकी जगह अब नीम से दातुन कर रहे हैं।