उत्तराखंड पुलिस के जवान ने करी मिसाल कायम,अपना खून देकर बचाई महिला की जान..

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Police constable digvijay bisht donated blood to save woman

दोस्तों पुलिस प्रशासन में कई कर्मचारी एक ओर अपनी पोस्ट का रौब दिखाते हैं। तो कई कर्मचारी मिलनसार औऱ मददगार और मित्रता करने वाले भी होते हैं। हालांकि फिल्मों में यूं तो आपने कई पुलिस कर्मी देखें होंगे लेकिन आज हम आपको रियल लाइफ एक ऐसे पुलिसकर्मी से मिलवाएंगे जिनको नायक अर्थात हीरो कहना गलत नहीं होगा। यूँ तो उत्तराखंड पुलिस का स्लोगन है मित्रता सेवा सुरक्षा।लेकिन इस स्लोगन का अनुसरण उत्तराखंड के कुछ पुलिस कर्मी बेहतर ढंग से कर रहें। उत्तराखंड पुलिस सीख दे रही है कि इंसानियत और मानवता भी कोई चीज़ होती है। चमोली जिले के गोपेश्वर कस्बे से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां चमोली गढ़वाल की पुलिस ने बता दिया की विषम परिस्थितियों में भी चमोली पुलिस मानवता और नेक काम करने का अनुसरण करती रहेगी। उत्तराखंड के सबसे बड़े जिले चमोली की इस खबर को पढ़कर आपका भी चमोली पुलिस के प्रति सम्मान बढ़ जाएगा।चलिए प्रकाश डालते हैं इस खबर पर आखिर क्या है इसमें खास

दरहशल चमोली पुलिस एक महिला के लिए मसीहा साबित हुई। स्थानीय पुलिस ने महिला की मदद करके महिला को नया जीवन प्रदान किया।चमोली के गोपेश्वर में रहने वाले लोगों में खुशी का माहौल छा गया जब एक महिला अस्पताल में बीमार पड़ी थी और उसको रक्त की ज़रूरत थी लेकिन किसी का ब्लड ग्रुप महिला से मैच नहीं कर पा था तब उस मुश्किल घड़ी में उस महिला की मदद के लिए आगे आये एक पुलिस कर्मी जिन्होंने अंतिम क्षणों में महिला को रक्त की आपूर्ति कर महिला की जान बचाने में अहम योगदान दिया। महिला के यह पुलिस कर्मचारी किसी भगवान की तरह शाबित हुआ। अब रक्त मिल जाने के बाद बताया जा रहा है कि महिला की हालत पहले से बेहतर है।

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जानकारी के मुताबिक यह महिला गोपेश्वर के निज़्मुला घाटी के गौणा गांव की रहने वाली है। ये लम्बे समय से ही रक्त की कमी की समस्या से जूझ रही थी। पहले तक तो सब नॉमर्ल था लेकिन अचानक इनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गईं और इनकी जान तक पर बन आयी। परिवार वालों ने इनको जल्दी से जल्दी अस्पताल में भर्ती कराना ही उचित समझा। उनके शरीर में रक्त की अत्यंत कमी को देखते हुए डॉक्टर्स ने परिवार से कहा कि जल्दी से जल्दी A नेगेटिव रक्त का प्रबन्ध किया जाय वरना अनहोनी हो सकती है। यह खबर जब पुलिस कार्यालय के कॉन्स्टेबल दिगविजय सिंह तक पहुंची तब बिना संकोच किये कॉन्स्टेबल अस्पताल महिला की मदद करने के लिए पहुंच गए। कॉन्स्टेबल ने महिला को रक्तदान करके एक नए जीवन की राह प्रदान की। अब महिला के परिवार वाले पुलिसकर्मी का धन्यवाद करते करते नहीं तक रहें हैं। वास्तव में इस पुलिस कर्मी ने नेक काम किया है जो काबिले तारीफ है। दैनिक सर्किल की ओर से ऐसे समाजसेवी को सलाम

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