- 1 मई से अब तक 518 श्रमिक ट्रेनों के लिए मंजूरी दे चुका है रेलवे
- यूपी ने सबसे ज्यादा 248 ट्रेनों के लिए मांगी मंजूरी
- 12 मई से 15 शहरों के लिए पैसेंजर ट्रेने चलनी है हालांकि श्रमिक ट्रेनों की सेवाएं फिर भी जारी रहेंगी
रेलवे ने बताया कि 1 मई से अब तक लाखों मजदूरों को श्रमिक ट्रेनों के जरिये उनके राज्यों में पहुंचाया जा चुका है, रेलवे के मुताबिक अब तक कुल 518 ट्रेनों के लिए अलग अलग राज्यों की तरफ से मंजूरी मांगी जा चुकी है, इनमें 363 ट्रेनें मजदूरों को उनके राज्यों तक पहुंचा चुकी है जबकि 105 ट्रेने अभी भी रास्ते में ही है इसके अलावा 50 ट्रेने ऐसी है जो आने वाले दिनों में मजदूरों को लेकर उनके राज्यों के लिए रवाना होंगी। आपको बता दे उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है जिसने सबसे ज्यादा 248 ट्रेनों के लिए रेलवे से मंजूरी मांगी, यूपी के लिए 172 ट्रेने पहुंच चुकी है, 56 अभी रास्ते में है और और 20 ट्रेने ऐसी है जो आने वाले दिनों में चलेंगी।
दूसरे नंबर पर बिहार है जहां 100 ट्रेने पहुंच चुकी है, 23 ट्रेने अभी रास्ते में है जबकि 16 ट्रेने आने वाले दिनों में दूसरे राज्यों से बिहार के लिए रवाना होंगी, इसी तरह पश्चिम बंगाल में जहां दूसरे राज्यों के लाखों मजदूरों के फंसे होने की बात कही जा रही है वहां राज्य सरकार से केवल 3 ट्रेनों के लिए मंजूरी मांगी गई है जिनमे 2 ट्रेने पहुंच गई है जबकि 1 अभी रास्ते में ही है। आपको बता दे इंडियन रेलवे के मुताबिक हर श्रमिक स्पेशल ट्रैन 500 अधिक किलोमीटर के लिए ही चलाई गई है और हर श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1000 से 1200 यात्रियों के बैठने की जगह है, हालांकि 12 मई से देश के 15 शहरों के लिए पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी लेकिन आपको बता दे इस बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेन की सेवाएं भी जारी रहेगी.