पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों से कह दिया है कि वे साल 2020-21 में छात्रों की फीस में किसी भी बढ़ोतरी न करें। जिसमें ट्यूशन फीस, ट्रांसपोर्ट फीस, लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैबोरेटरी भी शामिल है। लॉकडाउन के बाद से ही सारे स्कूल बंद है और छात्र अब ऑनलाइन क्लासेज अटेंड कर रहे हैं। बच्चों के माता पिता बार बार प्राइवेट स्कूलों पर आरोप लगा रहे हैं कि छात्रों से ट्रांसपोर्ट, स्कूल डेवलपमेन्ट, लैबोरेटरी आदि फीस भी वसूली जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों ने फीस भी बड़ा दी है। कुछ स्कूलों पर तो यह भी आरोप लगाया गया है कि फीस न दे पाने के कारण छात्रों को ऑनलाइन क्लास भी नहीं दी जा रही है। से कुछ में बढ़ोतरी भी की गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव मनीष जैन ने राज्य के सभी स्कूलों के प्रमुखों को पत्र भेजा है जिसमें लिखा है कि “फीस न दे पाने के कारण छात्रों को वर्चुअल क्लास की सेवाओं से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। लॉकडाउन की वजह से इस समय अधिकतर लोग वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं। ट्यूशन फीस में बिल्कुल भी बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। कोई भी स्कूल ट्रांसपोर्ट, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैबोरेटरी आदि सेवाओं के लिए फीस नहीं लेगा। स्कूल केवल छात्रों को दी गई सेवाओं की ही फीस लेगा। किसी भी नए प्रकार की फीस कोई भी स्कूल बच्चों से नहीं लेगा।”
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो कृप्या हमें नीचे दिए गए लिंक के जरिये गूगल ऐप पर भी फॉलो करके हमारा हौसला बढ़ाये…. Dainik circle news par