जिम्बाब्वे विश्व की एक ऐसी क्रिकेट टीम है जिन्होंने बड़े मंच पर अक्सर कुछ असंभव कार्य भी करकर दिखाया है। 1983 के वर्ल्ड कप मैच में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को 13 रनों से हराया था। उसके बाद अगले वर्ल्ड कप में उन्होंने न्यूज़ीलैंड को लगभग टूर्नामेंट से बाहर कर ही दिया था। ऐसे ही एक और घटना 1992 के विश्व कप में भी हुआ थी। जिम्बाब्वे के लिए एंडी फ्लावर का यह डेब्यू मैच था। विश्व को 1992 का यह तीसरा मैच था जो जिम्बाब्वे बनाम श्रीलंका था। एंडी फ्लावर ने जिम्बाब्वे के लिए पहली बार डेब्यू किया। उनके करियर का पहला अंतरास्ट्रीय मैच एक ऐतिहासिक मैच बन गया था।
उस मैच में ज़िम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी की। एंडी फ्लॉवर ने 8 चौकों और 1 छक्के की मदद से 152 गेंदों पर नाबाद 115 रन बनाये। एंडी फ्लॉवर और एंडी वालर की इस शानदार पारी की बदौलत ज़िम्बाब्वे ने श्रीलंका को 313 रनों के लक्ष्य दिया। आज के क्रिकेट में जहां 350 रनों का लक्ष्य भी बड़ी आसानी से चेज हो जाता है। वहीं 1992 में ऐसा नहीं था, तब 300 से ज्यादा का स्कोर आपकी जीत लगभग निश्चित कर देता था। और शायद ही आप कोई 300 से ज्यादा का लक्ष्य खड़ा करने के बाद कोई मैच हारते हो।
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हालांकि श्रीलंका को 313 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा था। श्रीलंका के सलामी बल्लेबाजों ने 128 रनों की पार्टनरशिप की। उसके बाद अर्जुना रणतुंगा की शानदार 88 रनों की पारी ने ज़िम्बाब्वे के मुंह से जीत छीन ली। अर्जुन रणतुंगा 61 गेंदों पर 88 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने अंतिम ओवर में टीम को जीत दिलाई और लगभग 145 के स्ट्राइक रेट से क्रिकेट खेला था। वहीं बात करे, एंडी फ्लावर की जिन्होंने ज़िम्बाब्वे के लिए शानदार शतक जड़ा था। उन्होंने आने पूरे अंतरास्ट्रीय करियर में 213 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 35.34 के औसत से 6,786 रन बनाये। उनके नाम वनडे में 4 शतक भी है।