उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड वासियों को इस स्वतंत्रता दिवस पर बहुत सी नई सौगातें प्रदान की हैं. उन्होंने अग्निवीर योजना के विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं के ऊपर हुए मुकदमों को वापस लेने की घोषणा की है. उन्होंने दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा सुरक्षा योजना शुरू की है. उन्होंने यह भी कहा कि राजकीय विद्यालयों में 1 से लेकर 12 तक के विद्यार्थियों को पुस्तकें हिंदी तथा अंग्रेजी, दोनों माध्यम में निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के प्रमुख चौराहों और सड़कों के नामों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, बलिदानियों, साहित्यकारों और महान विभूतियों के नाम पर रखा जाएगा और राज्य में रहने वाली एकल, निराश्रित, परित्यक्ता एवं विधवा महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना को भी शुरू किया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पर्वतीय नगर विकास योजना के अंतर्गत दोनों गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के एक- एक शहरों को मॉडल सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा. राज्य में जनजातीय संस्कृति के संवर्द्धन को शीघ्र ही राष्ट्रीय जनजातीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि एक से अधिक पदों पर प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले प्रतिभागियों के कारण रिक्त हुए पदों पर प्रतीक्षा सूची के आधार पर नियुक्ति प्रदान की जाएंगी. राज्य में कुटीर उद्योग और स्वरोजगार को बढ़ावा देने और साथ ही उनके उत्पादों की बिक्री करवाने के लिए यूनिटी मॉल की स्थापना भी की जाएगी.