उत्तराखंड का होनहार युवा वर्ग लगातार प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है. आज हम आपको एक ऐसी युवती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपने पूरे क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है. उस युवती का नाम दीक्षा मेहता है. ज्योति उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी के शांतिपुरी खामियां नंबर दो की रहने वाली है. दीक्षा ने लेखपाल की परीक्षा में कामयाबी हासिल कर ली है. उनके पिता का नाम हयात सिंह मेहता है जो भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं.
प्राप्त हो रही जानकारी से पता चलता है कि दीक्षा मेहता ने अपनी एक से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई हीरावती माधवानंद सरस्वती शिशु मंदिर शांतिपुरी नंबर दो से पूरी की है. जिसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने हल्द्वानी के MBPG कॉलेज से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की है. दीक्षा जब पहली बार यहां परीक्षा देने वाली थी तो उस वक्त यह पेपर लीक होने के कारण निरस्त हो गया था.
इस बात का दीक्षा को बहुत बड़ा धक्का लगा था. मगर इस वक्त में उनके पिता हयात सिंह मेहता और बड़े भाई मोहित मेहता ने उनका मनोबल बढ़ाया. जिसके बाद उन्होंने फिर से प्रयास किया और सफलता हासिल कर ली. दीक्षा की सफलता पर उनके गुरुजनों ने और परिजनों ने ने बधाई दी है. दिनांक 8 जनवरी को लेखपाल भर्ती परीक्षा प्रदेश के 498 केंद्रों पर 563 पदों के लिए एक पाली पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की गयी थी.
इन परीक्षाओं के लिए लगभग 158210 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से सिर्फ 114071 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. मगर परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा इस परीक्षा को दुबारा से दिनांक 12 फरवरी को आयोजित कराया गया. जिसके बाद पटवारी परीक्षा में 388, जबकि लेखपाल परीक्षा में 172 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं. दीक्षा की इस अभूतपूर्व सफलता की वजह से पूरे घर में खुशी का माहौल है और उनके घर में उनको बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है.