केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी, भक्तो को गर्भगृह में जाने की मिली अनुमति

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Good news for the pilgrims going to Kedarnath, devotees got permission to go to the sanctum sanctorum
Good news for the pilgrims going to Kedarnath, devotees got permission to go to the sanctum sanctorum (Image: Dainik Circle)

केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए एक बेहद ही बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है. केदारनाथ मंदिर में यात्रियों की संख्या में कमी आने की वजह से मंदिर समिति ने भक्तजनों को गर्भ ग्रह में जाने की अनुमति दे दी है. मगर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर सभा मंडल से ही भक्तगण दर्शन कर पाएंगे. इसी के साथ मंदिर में होने वाली पूजा के समय में भी 4 घंटे की कमी देखने को मिल रही है. जिस वजह से अब मंदिर के कपाट 22 घंटे की बजाय 18 घंटे ही दर्शन को खोल रहे हैं. केदारनाथ मंदिर में अब रोजाना कुल 8000 भक्तगण ही दर्शन को पहुंच रहे हैं. यहां संख्याएं 1 हफ्ते पहले प्रतिदिन 20 हजार के करीब थी.

यात्रियों की संख्या बढ़ने की वजह से अप्रैल के महीने में ही कर्म ग्रह में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. यात्री सभामंडल से ही बाबा के स्वंभू शिवलिंग के दर्शन कर रहे थे. वहीं अब संख्या कम होने की वजह से यात्रियों को गर्भ ग्रह के अंदर जाकर स्वंभू शिवलिंग के दर्शन कर पूजा करने की अनुमति दे दी गई है. हालांकि विशेष पूजा आएं मंदिर के गर्भ गृह में ही की जाती है.

यात्रियों की संख्या बढ़ने के बावजूद विशेष पूजाओ के लिए यात्री पूरे छह महीने गर्भगृह में ही जाकर पूजाएं संपन्न कराते हैं. मंदिर समिति के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि यात्रियों की संख्या में कमी आने की वजह से गर्भ ग्रह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है. मगर संख्या में बढ़ोतरी होने पर मंडप से ही स्वंभू शिवलिंग के दर्शन कराए जाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि अब पूजा के समय में भी कमी आ गई है.

पहले जहां 22 घंटे तक कपाट खुले रहते थे अब 16 से 18 घंटे ही कपाट खोले जाएंगे. इस वर्ष केदारनाथ मंदिर की आय का लक्ष्य 40 करोड़ रखा गया है. मगर अभी तक केवल 22 करोड़ रुपए की आय ही हो पाई है. इस बार मंदिर समिति ने वीआईपी दर्शन करने वालों के लिए 300 रूपए की पर्ची काटी गई और हेली सेवा से आने वाले भक्तों के दर्शन के लिए भी निर्धारित शुल्क जमा कराया जा रहा है.

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