अपनी मेहनत और ईमानदारी दिखाते हुए हाल ही में राज्य सिविल सेवा के 14 तहसीलदारों को डीपीसी के बाद डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्नति प्राप्त हो गई है. इन 14 तहसीलदारों को एसडीएम के पदों पर पद्दोन्नति मिली है. उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा इन तहसीलदारों को नियमित चयन के आधार पर 30 मई को किए गए संस्तुति के क्रम में डिप्टी कलेक्टर का पद दिया गया. (Husband wife became SDM together in Pithoragarh)
आज का विषय इसलिए खास है क्योंकि इन चयनित डिप्टी कलेक्टर में पिथौरागढ़ के दो पति पत्नी भी शामिल हैं. दोनों पति पत्नी ने साथ में मिलकर संघर्ष किया और इस पद को प्राप्त किया है. बता दें कि यह दोनों पति पत्नी प्रदेश भर के कई तहसीलों में तहसीलदार के पद पर कार्यरत रह चुके हैं.
जी हां पिथौरागढ़ के विपिन पंत और पूनम पंत की आज हम बात करने जा रहे हैं.विपिन पंत के पिता स्वर्गीय हीरा बल्लभ पंत खंड विकास अधिकारी विण से सेवानिवृत्त हुए हैं. बता दें कि विपिन पंत और पूनम पंत गांव के सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. वर्तमान में वह काशीपुर में अपनी माता और बच्चों के साथ में निवास करते हैं.
अपनी मेहनत और ईमानदारी दिखाते हुए विपिन पंत और पूनम पंत के एसडीएम बनने पर पूरे गांव में जश्न का माहौल बना हुआ है. विपिन पंत और पूनम पंत वर्तमान में तहसीलदार थे. विपिन अभी रामनगर में तहसीलदार और पूनम पंत जसपुर में तहसीलदार हैं. अपनी लगन और कड़ी मेहनत के दम पर अब विपिन पंत और पूनम पंत एसडीएम के पद पर कार्यरत हो गए हैं. उनकी इस पदोन्नति से उनके परिवारजन और गांव वाले बहुत खुश हैं. हम उनके मंगल भविष्य की कामना करते हैं.