- सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बातचीत की
- बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने अलग अलग राज्यों में फंसे बिहार के छात्रों को वापस लाने का मुद्दा उठाया
- ग्रह मंत्री अमित शाह ने कहा देश में आर्थिक गतिविधियों ज्यादा समय तक रोकी नहीं जा सकती
देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र लगातार राज्यो से संपर्क में है, पीएम मोदी हालात पर नज़र रखे हुए हैं और इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ चौथी बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की और ये मीटिंग करीब 3 घंटे तक चली, मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन पर राज्य लॉकडाउन खोलने पर रणनीति तैयार करें और प्रधानमंत्री में यह भी बताया कि कोरोना से लड़ाई में भारत दूसरे देशों से बेहतर स्थिति में है, पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कोरोना की लड़ाई के साथ साथ अब अर्थव्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा।
कांग्रेस ने भी देश में आर्थिक गतिकविधियाँ बढ़ाने की मांग की है, आपको बता दे कि मुख्यमंत्रियोँ के साथ मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने लॉकडाउन को हटाने के संकेत नहीं दिए और उन्होंने कोरोना के खिलाफ भारत की लंबी लड़ाई बताते हुए लोगो से धैर्य रखने को कहा, तो वहीं बैठक में 4 राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाये रखने का सुझाव रखा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अलग अलग राज्यों में फंसे बिहार के छात्रों को वापस लाने का मुद्दा उठाया, तो वहीं ग्रह मंत्री अमित शाह ने राज्यों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना जरूरी बताया और उन्होंने यह भी कहा कि देश में आर्थिक गतिकविधियाँ ज्यादा समय तक रोकी नहीं जा सकती है इसलिए अब सरकार ने सावधानी के साथ व्यापार और उद्योग को छूट दी है।