उत्तराखंड राज्य के बहुचर्चित हत्याकांड अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई 30 जून को कोटद्वार न्यायालय में होने वाली है. मगर उससे पहले अंकिता भंडारी की मां सोनी देवी की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर अंकिता भंडारी हत्याकांड के से विशेष लोक अभियोजक को नहीं हटाया गया तो वहां अपने पति के साथ मिलकर आत्मदाह कर लेंगे. सुनवाई से 1 दिन पहले ही इस वीडियो के वजह से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है. अंकिता भंडारी की मां ने करीब 5:25 मिनट का वीडियो जारी कर गवाहों से 30 जून को कोटद्वार न्यायालय न आने की अपील की है. इस वीडियो में अंकिता भंडारी के मां सोनी देवी ने कोटद्वार न्यायालय में अंकिता भंडारी हत्याकांड केस के विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को कैसे ना हटाए जाने पर पति सहित आत्मदाह की चेतावनी दी है.
पिता भंडारी की मां मैं एसपीओ जितेंद्र रावत पर यह भी आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उनका केस कमजोर करने और आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए बहुत सारी न्यायिक गलतियां भी की है. अंकिता भंडारी की मां ने उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जितेंद्र रावत को तत्काल इसके से हटाए जाने की मांग करते हुए ना हटाए जाने की स्थिति में अंकिता भंडारी हत्याकांड के गवाहों को कोर्ट में गवाही ना दिए जाने की अपील भी की है. प्राप्त हो रही जानकारी से पता चलता है कि कोटद्वार न्यायालय में चल रहे अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई शुक्रवार को है. जिसमें एक महत्वपूर्ण गवाह के द्वारा गवाही दी जाने वाली है.
मगर सुनवाई से 1 दिन पहले ही अंकिता भंडारी की मां ने विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को इसकी से ना हटाए जाने की सूरत में पति के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. किताब भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने भी सरकार की ओर से पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक पर केस को कमजोर करने का आरोप लगाया था. इससे पहले अंकिता के पिता ने सरकारी वकील जितेंद्र रावत की मंशा पर सवाल उठाते हुए उन्हें कैसे हटाए जाने की मांग करते हुए डीएम को पत्र लिखकर अल्टीमेटम भी दिया था.
अंकिता भंडारी की मां का सरकारी वकील जितेंद्र रावत पर या आरोप है कि वह शुरू से ही उन्हें गुमराह कर रहे हैं. केस से जुड़ी हुई किसी भी तरह की जानकारी को वह उन्हें सही से नहीं बताते हैं. कोर्ट में जज के मौजूद ना होने पर भी गांव से इतने किलोमीटर दूर कोर्ट में बुलाया जाता है. यह सभी बातें तो शुरू से ही चलती हुई आ रही है. मगर अब वहा कई सारे गवाहों की बातों को भी गोल-गोल घुमाते रहते हैं, जो कि साफ तौर पर दिखाता है कि वह अपराधियों को बचाना चाहते हैं और अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी का सरकारी वकील पर यहां आरोप है कि वह अपराधियों से मिले हुए हैं.
उनके अनुसार “सरकारी वकील बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं. गवाह लगातार अंकिता भंडारी के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की बात कह रहे हैं .मगर सरकारी वकील इन तथ्यों को कोर्ट के समक्ष नहीं रख रहे हैं. उनका कहना है कि वहां इन बातों को आगे अपने हिसाब से उजागर करेंगे. मगर गवाहों के द्वारा बताई गई आधी-अधूरी बातों से केस कमजोर हो रहा है. इसके अलावा वकील का परिवार अंकिता हत्याकांड से संबंधित आपत्तिजनक वीडियो को यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रसारित कर रहा है. जो कि बच्ची की गरिमा को ठेस पहुंचाने के जैसा है.