बीते मंगलवार को द्वाराहाट के गनौली गांव के निवासी प्रकाश फुलारा दिल्ली से टाटा सूमो में सवार होकर गांव में होने वाली किसी पूजा में सम्मिलित होने जा रहे थे. पूजा के बाद वह अपने 3 साल के बेटे विनय को इलाज के लिए दिल्ली लेकर जाने वाले थे.
लेकिन उससे पहले एक अनहोनी घटना घट गई. यात्रा के दौरान ढिकुली के पास एक बरसाती नाले के चपेट में आकर प्रकाश ने अपनी जान गंवा दी. विकट परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले प्रकाश,उससे भी अधिक विकट परिस्थितियां अब उनके बच्चों के सामने हैं.
बता दें कि मंगलवार को ढिकुली के पास हादसे के शिकार हुए प्रकाश फुलारा पुत्र कृष्णानंद बचपन में ही अपने पिता को को खो चुके हैं. उनकी मां लीला देवी ने कठिन परिस्थितियों का सामना करके उन्हें पाला पोसा जिसके बाद प्रकाश ने अपनी मां की सहायता करने के लिए दिल्ली में ठेकेदार के पास नौकरी कर ली.
उनका विवाह बसंती देवी से हुआ और उनके घर चार पुत्रियों भावना (16 वर्ष) वर्षा (12 वर्ष) रजनी (10 वर्ष) पूजा (8 वर्ष) के बाद पुत्र का जन्म हुआ.पुत्र के जन्म के पश्चात पता चला कि उसके दिल में छेद है.