उत्तराखंड के कई युवाओं को यूजीसी नेट में सफलता हासिल हुई है. कितने पर्वतीय जिलों के कई युवाओं का नाम भी सम्मिलित है. यहां के युवाओं ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि कम संसाधन भी आपके मजबूत इरादों को तोड़ नहीं सकते. इसी कड़ी में आज हम बात कर रहे हैं पिथौरागढ़ जिले के स्यांकुरी गांव की रहने वाली यशोदा धामी की.
उन्होंने यूजीसी परीक्षा के साथ साथ जेआरएफ भी क्वालीफाई कर लिया है इसके बाद वह असिस्टेंट प्रोफेसर बनेंगी. बता दें कि यशोदा धामी को भूगोल विषय में सफलता हासिल हुई है. यशोदा ने अपने हाई स्कूल तक की पढ़ाई गांव में ही की. इसके बाद इंटर के लिए वह धारचूला GGIC में चली गई.
इसके बाद ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन उन्होंने LSMPG कॉलेज पिथौरागढ़ से किया. एमए उन्होंने भूगोल विषय से किया और उसमें उन्हें गोल्ड मेडल भी प्राप्त हुआ.उन्हें तत्कालीन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा सम्मानित किया गया था. तदोपरांत यशोदा ने हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज में दाखिला लिया और वहां उन्होंने बीएड किया. बता दें यशोदा ने यूजीसी नेट से पहले UTET और CTET भी क्वालीफाई किया है.
जानकारी के अनुसार यशोदा ने 2022 में नेट परीक्षा में सफलता हासिल की. बाद में 2023 में उन्होंने JRF भी क्वालीफाई कर लिया. भूगोल विषय में उन्हें 300 में से 218 नंबर प्राप्त हुए. यशोदा की इस कामयाबी से उनके परिवार जन बेहद खुश हैं. वे कहते हैं कि उनकी बेटी ने उनके परिवार का नाम रोशन किया है.
यशोदा के पिता का नाम ईश्वर सिंह धामी है, जो गांव में भी मिस्त्री के रूप में काम करते हैं. उनकी मां जसमती देवी एक कुशल गृहणी हैं. यशोदा के भाई बताते हैं कि माता-पिता ने उन्हें पढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. उनके बड़े भाई परिवहन विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं. यशोदा की इस कामयाबी ने उनकी खुशियों को दुगुना कर दिया है.