उत्तराखंड राज्य के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है. उत्तराखंड राज्य के पुलिस विभाग ने 1550 सिपाहियों की भर्ती को कसरत तेज कर दी है. आइजी हेडक्वार्टर के स्तर पर इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.1 हफ्ते के अंदर इस भर्ती के लिए अधियाचन शासन को भेजा जा सकता है. जिसके बाद शासन से मंजूरी मिलते ही भर्ती शुरू कर दी जाएगी. फिलहाल के लिए पूरे प्रदेश में लगभग 3000 सिपाहियों की कमी है.
इनमें से 1425 पढ़ें पर गत वर्ष भर्ती की जा चुकी है. सिपाही जोकि रुद्रपुर, हरिद्वार, टिहरी, रामनगर, पिथौरागढ़, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं 8 महीने के बाद पुलिस के मानव संसाधन से जुड़ जाएंगे.कुछ ही दिन पहले एक समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने इन सिपाहियों को नियुक्ति पत्र देते हुए डीजीपी को यह आदेश दिया कि सिपाहियों के रिक्त अन्य 1550 पदों पर भी जल्दी से जल्दी भर्ती होनी चाहिए.
इसके बाद आइजी हेडक्वार्टर विम्मी सचदेवा ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर भर्ती के लिए प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया. आईजी हेडक्वार्टर नई भर्ती के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी तरफ से भर्ती के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और जल्द ही इसके प्रस्ताव को पुलिस महानिदेशक के सामने रखा जाएगा.
कुछ ही समय पहले पुलिस विभाग में ग्रेड-पे की समस्या का समाधान करते हुए 1700 मुख्य आरक्षियों को अपर उप निरीक्षक बनाया गया था और इस वजह से खाली हुए मुख्य आरक्षी सिपाहियों के पदों पर पात्र सिपाहियों की पदोन्नति की गई. अब बाकी बचे हुए पदों पर भर्ती की जानी है. प्रदेश भर में वर्तमान समय में थाना और चौकियों में सिपाहियों की बहुत ज्यादा कमी देखने को मिल रही है.
इस कमी की वजह से शहरों में नाइट पिकेट बंद हैं और रात्रि गश्त भी सही तरीके से नहीं हो पा रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के आदेश अनुसार पुलिस विभाग में सिपाहियों के1550 पदों पर भर्ती की तैयारी पूरी तरह से हो चुकी है. एक सप्ताह बाद अधियाचन शासन को भेजा जाएगा जिसके बाद शासन से अनुमति मिलते ही भर्ती का आरंभ कर दिया जाएगा.